सोनीपत, 5 मई (हप्र)
पंजाब की 32 किसान जत्थेबंदियों की बैठक में फैसला लिया गया कि लॉकडाउन के विरोध में 8 मई को पूरे पंजाब में विरोध किया जाएगा। विरोध स्वरूप किसानों ने व्यापारियों व आमजन से आह्वान किया है कि वह रोजमर्रा की तरह बाजार खोलें और काम पर आएं। उन्होंने कहा कि सरकार लॉकडाउन के नाम पर आम आदमी को बर्बाद करना चाहती है। किसान सरकार की मंशा को पूरा नहीं होने देंगे। इसके साथ ही 10 और 12 मई को एक बार फिर से दिल्ली बार्डर के धरनास्थलों पर किसानों की भीड़ जुटेगी। इसके लिए किसानों का आह़वान किया गया है कि वे दिल्ली पहुंचे। जत्थेबंदियों ने कहा कि आगामी आंदोलन का अंतिम फैसला संयुक्त मोर्चा की बैठक में लिया जाएगा। यह बैठक जल्द ही धरनास्थल पर आयोजित होगी। बुधवार को पंजाब की 32 किसान जत्थेबंदियों की बैठक सोनीपत के कुंडली बार्डर पर आयोजित की गई।
नाकामयाबी छिपाने के लिए लॉकडाउन
बैठक के बाद किसान नेता बलदेव सिंह निहालगढ़, बलबीर सिहं राजेवाल, बूटा सिंह बुर्जगिल, जगजीत सिंह डल्लेवाल आदि ने कहा कि केंद्र सरकार कोरोना के खिलाफ लड़ने में असफल रही है। सरकार नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधाएं व मूलभूत सुविधा जैसे ऑक्सीजन, बेड, दवाइयां आदि प्रदान करने में फेल साबित हुई है। हालांकि भाजपा किसानों के धरनों को कोरोना फैलाने का बड़ा कारण बता रही है, परंतु यहां किसान जरूरी सावधानियां बरत रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकारें अपनी नाकामयाबी छिपाने के लिए व जन विरोधी फैसले लेने के लिए लॉकडाउन लगा रही हैं।