ट्रिब्यून न्यूज़ सर्विस
मोगा / बठिंडा, 25 सितंबर
केंद्र सरकार द्वारा बनाये गये 3 कृषि कानूनों पर किसानों संगठनों द्वारा दिए गए भारत बंद के आह्वान के दौरान पंजाब के बठिंडा, जालंधर, पटियाला, मोगा, फिरोजपुर, फाजिल्का, बरनाला, फरीदकोट, मुख्तार, मानसा, बठिंडा और मालवा बेल्ट के कई जिलों में किसानों ने रोष प्रदर्शन किये। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के नेताओं ने कहा कि शुक्रवार को पंजाब में करीब 125 स्थानों पर रोष प्रदर्शन हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार पंजाब में सभी मुख्य राजमार्ग अवरुद्ध कर दिए गए हैं। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के तहत पंजाब के 31 किसान संगठन पूर्ण बंद में शामिल हुए हैं। किरती किसान यूनियन, भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्राहां), किसान मजदूर संघर्ष समिति और बीकेयू (लक्खोवाल) ने भी बंद को समर्थन दिया है। हरियाणा में बी.के.यू सहित कई संगठनों ने भी कृषि बिलों के खिलाफ देशव्यापी हड़ताल को समर्थन दिया।
आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित
बंद के कारण आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई। मालवा बेल्ट के सभी शहरों और कस्बों में फल और सब्जी बाजार बंद रहे। दूसरे बाजार भी सुबह से नहीं खुले। कई क्षेत्रों में दूध की आपूर्ति भी आंशिक रूप से प्रभावित हुई। सार्वजनिक परिवहन-बसें, टैक्सी और टेम्पो सड़कों पर नहीं चले। हालांकि, अधिकांश निजी कंपनियों, उद्योगों मोगा शहर में खुले रहे। पटियाला में, दूध और मुर्गी की आपूर्ति सहित आवश्यक आपूर्ति प्रभावित हुई, क्योंकि किसानों ने शहर की ओर जाने वाली सड़कों पर नाकाबंदी की। सैकड़ों किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया और संगरूर-पटियाला राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया। चंडीगढ़-बठिंडा राजमार्ग किसानों द्वारा पूरी तरह से अवरुद्ध कर दिया गया था। अध्यादेशों के विरोध में बठिंडा-चंडीगढ़ एनएच -7 पर किसानों ने बठिंडा जिले के रामपुरा फूल में बठिंडा-ज़ीरकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध करके विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। बीकेयू डकौंदा के बूटा सिंह बुर्जगिल ने कहा-लोगों ने अपनी दुकानों को पूरी तरह से बंद करके हमें पूरा समर्थन दिया है। यह एक ऐतिहासिक आंदोलन है क्योंकि पहले बंद भय के साथ किया गया था, लेकिन अब पंजाब के लोग भी इस मुद्दे पर किसानों के साथ हैं। उन्होंने कहा, ‘हम केंद्र सरकार से इन किसान विरोधी बिलों को वापस लेने की मांग करते हैं, तब तक यह विरोध जारी रहेगा।’
पहली अक्तूबर से अनिश्चितकालीन ‘रेल रोको’ आंदोलन शुरू
बीकेयू सिद्धुपुर के राज्य सचिव काका सिंह ने कहा कि 1 अक्तूबर से अनिश्चितकालीन आंदोलन रेल रोको शुरू होगा और वे भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं का बहिष्कार करेंगे। वह इन अध्यादेशों के खिलाफ राज्य के 1250 गांवों में ग्राम पंचायतों से पारित प्रस्तावों को प्राप्त करेंगे।
हरियाणा के चरखी दादरी से प्रदीप साहू के अनुसार : विभिन्न किसान संगठनों द्वारा भारत बंद के आह्वान को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे। किसान संगठन 11 बजे नई अनाजमंडी के समक्ष एकजुट हुए। आज शहर में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला व परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा के दौरों को लेकर भी प्रशासन अलर्ट पर था। प्रदर्शनों को देखते हुए डीसी द्वारा 4 ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किये गये थे।