चंडीगढ़ (ट्रिन्यू) : पंजाब विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. कर्मजीत सिंह को जगतगुरु नानकदेव पंजाब स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी का पहला कुलपति नियुक्त किया गया है। पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर ने उनकी नियुक्ति तीन साल के लिये की है। प्रो. सिंह पिछले दो साल से पीयू में रजिस्ट्रार हैं और यहां के ही यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल में प्रोफेसर भी हैं। उन्हें 36 साल का टीचिंग व शोध अनुभव है। उन्होंने अपनी नियुक्ति पर कहा कि उनके लिये यह चुनौतीभरा काम है लेकिन वे अपनी और से पुरजोर कोशिश करेंगे कि लोगों व सरकार की अपेक्षाओं पर खरे उतरें। प्रो. कर्मजीत सिंह फाइनांस एवं स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट के फील्ड के विशेषज्ञ हैं। वे इंडियन अकाउंटिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष भी रह चुके हैं और पीयू सीनेट में 8 साल सीनेटर भी रहे हैं। वे यूजीसी की कई कमेटियों और नैक के सदस्य भी हैं।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।