कपूरथला (निस) :थाना सिटी के अंतर्गत पड़ते शालीमार बाग के नज़दीक रहने वाले मनोज कुमार दीपा के 2013 में हुए कत्ल कांड के मामले में जिला व अतिरिक्त सैशन जज रमन कुमार की अदालत ने सुनवाई करते हुए 7 दोषियों को उम्रकैद सुनाई है। मदन लाल के वकील राजीव पुरी ने बताया कि अदालत ने सुनवाई करते हुए दोनों पक्षों की सुनवाई की और दोषियों पंकज, कमलजीत सिंह, रणजीत राजा, अमरजीत उर्फ काला मामा, गुरप्रीत, राकेश पोपी तथा आरज़ू को इस मामले में आरोपी पाते हुए उमर कैद की सजा सुनाई गई है। जबकि इस मामले में अनिल जैन तथा तारा उर्फ विक्की को भगौड़े चल रहे है तथा इसी केस से संबंधित शरनजीत सन्नी उर्फ भूरा, सुखजिंदर उर्फ कट्टा, दिनेश उर्फ गोना, जगजीत उर्फ जग्गा के मामले की सुनवाई चल रही है।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।