लुधियाना, 3 फरवरी (निस)
केंद्रीय श्रम संगठनों इंटक, एटक, सीटू एवं सीटीयू ने आज यहां चार लेबर कोड बिल अर्थात् सामाजिक सुरक्षा कोड 2020, औद्योगिक संबंध कोड 2020, वेतन कोड 2020 और व्यावसायिक, सुरक्षा, स्वास्थ्य और कार्य संहिता कोड 2020 की प्रतियां जलाईं। प्रदर्शनकारियों नेंं भारत नगर स्थित पंजाबी भवन के बाहर सड़क पर एकत्र हुए, जहाँ उन्होंने पहले मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और बाद में रैली निकाली।
रैली को संबोधित करते हुए वामपंथी नेताओं ने आरोप लगाया कि कॉरपोरेट घरानों के दबाव में मोदी सरकार सैकड़ों साल पुराने कानूनों को खत्म कर रही है, जिन्हें लंबे संघर्ष के बाद श्रमिकों और कर्मचारियों द्वारा प्राप्त किया गया था। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के 40 श्रम कानूनों को समाप्त किया जा रहा है और 4 कोड में परिवर्तित किया गया है, जिसने श्रमिकों को यूनियनों के गठन का अधिकार, विरोध का अधिकार, महंगाई भत्ता, अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार काम के घंटे का अधिकार और अन्य लाभ दिए हैं। चरन सराभा, गुरजीत सिंह जगपाल, रमेश रतन, बलदेव मोदगिल, विजय कुमार, चमकौर सिंह, गुरमेल मेलडे, एमएस भाटिया, परमजीत सिंह, केवल सिंह बनवैत, तिलक राज डोगरा, बलराम, रछपाल सिंह, सुरिंदर सिंह बैंस ने रैली को संबोधित किया।