मोरिंडा (एजेंसी) : मुख्यमंत्री चन्नी ने मंगलवार को राज्यभर की 53,000 से अधिक आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के मासिक मानदेय में वृद्धि करने की घोषणा की । चन्नी ने कहा कि आंगनवाड़ी वर्करों का मासिक पारिश्रमिक 8,100 से बढ़ाकर 9,500 रुपये, मिनी आंगनवाड़ी वर्करों का मासिक मानदेय 5,300 रुपये से बढ़ाकर 6,300 रुपये और सहायिकाओं के मानदेय को 4,050 रुपये से बढ़ाकर 5,100 रुपये कर दिया गया है। इसी तरह आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में हर साल 500 रुपये की वृद्धि की जाएगी, जबकि मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के मानदेय में 250 रुपये की वृद्धि की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि ये सभी कर्मचारी अब एक जनवरी, 2023 से सालाना अपने मानदेय में नियमित वृद्धि के पात्र भी होंगे।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।