चंडीगढ़, 21 मार्च (ट्रिन्यू)
फरीदकोट जिले के कोटकपूरा से विधायक कुलतार सिंह संधवा को 16वीं विधानसभा के लिए स्पीकर चुने गये हैं। संधवा दूसरी बार विधायक बनकर पहुंचे हैं। इसी के साथ भगवंत मान सरकार में दस जिलों का प्रतिनिधित्व हो गया है। संधवा 18वें स्पीकर चुने गए हैं और पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय ज्ञान जैल सिंह के छोटे भाई के पौत्र हैं। 2017 में भी कुलतार संधवा ने कोटकपूरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीता था। कठिन दौर में कई लोगों ने आप से नाता तोड़ा लेकिन संधवा विधानसभा के बाहर और भीतर कांग्रेस को घेरते रहे। कभी विधानसभा के बाहर रेत को सोने के भाव बेचकर सुर्खियों में आए संधवा अब विधानसभा स्पीकर के रूप में सदन को चलाएंगे। आम आदमी पार्टी में कुलतार सिंह संधवा पहले विधायक थे जिन्होंने भगवंत सिंह मान को सीएम चेहरा घोषित करने की मांग उठाई थी। सोमवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही मुख्यमंत्री भगवंत मान, कैबिनेट मंत्री हरपाल चीमा, प्रोटेम स्पीकर डॉ. इंदरबीर निज्जर ने कुलतार सिंह संधवा को स्पीकर के पद पर बिठाया गया।
सदन के नेता भगवंत मान ने संधवा की नियुक्ति का स्वागत करते हुए कहा कि वह कुशल वक्ता एवं सुलझे हुए नेता हैं। पंजाब की राजनीति के बारे गहरे विचार रखने वाले संधवा इस सदन का बेहतर तरीके से संचालन करते हुए एक संरक्षक के रूप में सभी सदस्यों के हितों की रक्षा करेंगे। भगवंत मान ने उम्मीद जताई कि संधवा निषपक्ष भूमिका के साथ सभी विधायकों को बोलने का मौका देंगे। कांग्रेस की तरफ से विधायक एंव पूर्व मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने कहा कि पंजाब के विकास तथा सकारात्मक फैसलों के लिए विपक्ष सरकार का सहयोग करेगा।
इसी गांव ने देश को दिया था राष्ट्रपति
दस हजार की आबादी वाले गांव संधवा का राजनीतिक महत्व बहुत है। पूर्व राष्ट्रपति ज्ञान जैल सिंह का जन्म भी संधवा गांव में हुआ था। ज्ञानी जैल सिंह ने भी अपना राजनीतिक करियर इसी गांव की गलियों से शुरू किया था। वर्ष 1962 में फरीदकोट हल्का बनने पर ज्ञानी जैल सिंह ने पहली बार यहां से चुनाव लड़ा था। वह विधायक बनकर पंजाब विधानसभा में पहुंचे। इसके बाद वह मुख्यमंत्री, देश के गृहमंत्री और राष्ट्रपति के सर्वोच्च पद तक पहुंचे। 1994 में ज्ञानी जैल सिंह के निधन के बाद परिवार में से उनकी सियासी पारी को उनके भाई के पोते पोते कुलतार सिंह संधवा ने आगे बढ़ाया।
सरपंच से शुरू किया था सियासी सफर
संधवा के रहने वाले स्पीकर कुलतार सिंह ऑटोमोबाइल इंजीनियर हैं। उनका जन्म 16 अप्रैल 1975 को गांव संधवां में जगतार सिंह व गुरमेल कौर के घर हुआ था। उनके दादा जगीर सिंह व पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह सगे भाई थे। कर्नाटक की यूनिवर्सिटी से ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग करने के बाद कुलतार सिंह संधवां ने 2003 में पहली बार अपनी पंचायत में सरपंची का चुनाव लड़ा। वह 2003 से 2008 तक संधवां की पंचायत के सरपंच भी रहे। 2011-12 में आम आदमी पार्टी ने जब पंजाब में सदस्यता अभियान चलाया तो उन्होंने पार्टी जॉइन कर ली। 2017 विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें कोटकपूरा से टिकट दी तो उन्होंने पहली बार में ही कांग्रेस और अकाली दल के दिग्गजों को पछाड़ते हुए जीत हासिल की थी।