संगरूर, 21 सितंबर (निस)
किसान यूनियनों ने मुख्यमंत्री भगवंत मान के धूरी स्थित दफ्तर के सामने पक्का मोर्चा लगा लिया है। मोर्चा के किसान हलका धूरी, मालेरकोटला, अमरगढ़ और महल कलां के करीब 70 गांवों को नहरी पानी देने की मांग कर रहे हैं। धूरी को मिले नहरी पानी की समस्या का कोई हल नहीं निकला तो किसानों ने पक्का मंच लगाकर पंजाब सरकार की निंदा की। किसान मोर्चे में ही लंगर तैयार कर रहे हैं और यहां ट्रॉलियों में उन्होंने दिल्ली मोर्चे की तरह पक्का ठिकाना बना लिया है। किसानों ने कहा कि संगरूर जिले से संबंधित उनकी नहरी पानी संबंधी मांगों का भी समाधान किया जाए।
‘नहर जल संघर्ष समिति’ के अध्यक्ष जरनैल सिंह जहांगीर, किरती किसान यूनियन के राज्य सचिव राजिंदर सिंह दीप सिंह वाला, नहर जल संघर्ष समिति के नेता सुखविंदर सिंह चुंघा, सचिव परमेल सिंह हथन, बीकेयू उगराहां नेता हरजीत बदेशन, किरती किसान यूनियन के जिला उपाध्यक्ष मेहर इसापुर, भूपिंदर लौंगोवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र धूरी और लोकसभा क्षेत्र संगरूर के करीब 70 गांव नहरी पानी से वंचित हैं। उन्होंने बठिंडा ब्रांच से निकलने वाले रजबाहे कंगनवाल, रोहिड़ा और कोटला माइनरों को जल्द पूरा करने की मांग की। उन्होंने मांग की कि महोराना गांव से सलार पुल पर बनने वाले रजवाहे की जमीन के अधिग्रहण की अधिसूचना जल्द जारी की जाए। नेताओं ने मांग की कि संगरूर जिले के ढडरियां, साहोके, रत्तोके, तकीपुर और अन्य दर्जनों गांवों में सेम के दौरान कम किए गए मोघों के आकार को पहले की तरह बड़ा किया जाए और बाकी मांगों को पूरा किया जाए। किसान नेताओं ने कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, मोर्चा जारी रहेगा।