गुरतेज प्यासा/निस
संगरूर, 26 अगस्त
पहाड़ों पर हो रही बारिश के कारण संगरूर और पटियाला जिलों से गुजरने वाली घग्गर और टांगरी नदियों में जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है। भले ही अब तक स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में थी, लेकिन जलस्तर में वृद्धि के कारण लोगों में डर का माहौल है, क्योंकि इससे पहले इस क्षेत्र के लोग दो बार बाढ़ का सामना कर चुके हैं। यहां तक कि कई किसानों को तीसरी बार धान की रोपाई करनी पड़ रही है। इसके अलावा इस क्षेत्र में कई इंसानों के साथ कई जानवरों की भी मौत हुई है। संगरूर जिला प्रशासन द्वारा खनोरी और मूनक क्षेत्र में घिर नदी पर नजर बनाई हुई है। हालांकि बाढ़ के इस दौर में पहले दिन से ही सक्रिय उपायुक्त साक्षी साहनी ने बाढ़ की रोकथाम और इस संबंध में अन्य सभी आवश्यक कार्रवाई पूरी तरह से दुरुस्त रखी है।
पटियाला जिले में घग्गर के सरला हेड बाढ़ का सबसे बड़ा कारण है। 24 अगस्त को सुबह दस बजे 14 फीट तक का विवरण एकत्र किया गया, जो शाम तक बढ़ गया था। यहां खतरे का निशान 16 फीट पर है। इसी प्रकार पटियाला पिहोवा रोड पर देवीगढ़ के पास टांगरी नदी पुल पर सुबह दस बजे जलस्तर साढ़े छह फीट तक था, जो शाम तक बढ़कर 9 फीट हो गया। इस टांगरी में पानी बढ़ने से काफी नुकसान हुआ है। मारकंडा भी खतरे के निशान के पास बह रही है। यहां सुबह 14 फीट और शाम को 15 फीट पानी बह रहा था।