तरमाला में शराब ठेके में कथित ओवरडोज से कर्मचारी की मौत
डबवाली (लंबी), 12 मई (निस)
सरकार और ‘खाकी’ के लाख प्रयासों के बावजूद नशे की बुराई अनमोल जिंदगियां लील रही है। तरमाला गांव में सोमवार को शराब ठेके के अंदर कथित तौर पर नशे की कथित ओवरडोज से 38 वर्षीय कर्मचारी की मौत हो गई। यह राष्ट्रीय राजमार्ग 354-ई पर शराब स्थित है। मृतक की पहचान अबुल खुराना निवासी करीब वरिंदर कुमार के रूप में हुई है। मृतक के शव को दुकान के शटर का लॉक सिस्टम काट कर बाहर निकाला गया।
गत रात्रि वीरेंद्र रोजाना की भांति शराब ठेके को अंदर से बंद करके सोया था। भाईकेरा चौकी ने शव को पोस्टमार्टम के लिए गिद्दड़बाहा अस्पताल भेज दिया। जानकारी के अनुसार वीरेंद्र तीन-चार दिन पूर्व ही शराब ठेके पर नौकरी लगा था। उसकी मौत का खुलासा आज सुबह तब हुआ जब ठेकेदार कर्मी शराब बिक्री का पर्चा लेने पहुंचे। बार-बार खटखटाने के बावजूद शटर नहीं खुला। पड़ोसी दुकान व शराब ठेके की साझी दीवार से ईंट निकाल कर देखने अंदर की स्थिति स्पष्ट हुई। गांव तरमाला निवासी एवं किसान मजदूर संघर्ष कमेटी (कोट बुड्ढा) के जिला अध्यक्ष मनजीत सिंह व अन्य लोगों ने बताया कि शराब ठेके के अंदर मृत मिले शराब ठेके के कर्मचारी के हाथ पर नशीला इंजेक्शन लगा हुआ था।
सूचना मिलने पर नेजाडेला कलां (सिरसा) से मृतक की पत्नी, दो बच्चे व ससुरालिए मौके पर पहुंचे। मृतक के ससुर बिहारी लाल वासी नेजाडेला कलां ने बताया कि उसके दामाद अबुलखुराना निवासी वरिंदर कुमार ने डेढ़ वर्ष पूर्व उसे हनुमानगढ़ नशा मुक्ति केंद्र में भेजा था। उनके अनुसार वह हर तरह का नशा करता था। भाईकेरा चौकी प्रभारी वेद प्रकाश ने बताया कि मृतक की पत्नी ने बयान दिया है कि वीरेंद्र को नशे की लत के कारण दौरे पड़ते थे व दौरे के चलते उसकी मौत हुई है।