सरबजीत सिंह भंगू
पटियाला, 21 नवंबर
पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद नयी पार्टी बनाने वाले कैप्टन अमरेंद्र सिंह अगले विधानसभा चुनाव अपने हलके पटियाला से ही लड़ेंगे। कई टीवी चैनलों ने कैप्टन अमरेंद्र के हवाले से खबर दी है कि पटियाला के साथ उनके परिवार का 400 साल पुराना नाता है और वह सिर्फ नवजोत सिंह सिद्धू के कारण ही मैदान छोड़ने वाले नहीं।
जिक्रयोग है कि कैप्टन अमरेंद्र का परिवार यहां से राजनीति में पूरी तरह से सरगर्म रहा है। कैप्टन अमरेंद्र यहां से 1980 में सांसद बने थे। वह पहली बार 1985 में तलवंडी साबो और दूसरी बार 1992 में समाना से विधायक बने थे। वे 2002, 2007, 2012 और 2017 में लगातार चार बार पटियाला शहरी हलके से कांग्रेस की टिकट पर विधायक बने। इस बार हालात अलग होने के कारण चुनाव दिलचस्प हो गये हैं। कैप्टन के कट्टर विरोधी कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के पटियाला देहाती और फिर पटियाला शहरी से चुनाव लड़ने की संभावनाएं जतायी जाती रही हैं। हालांकि उन्होंने कुछ दिन पहले ऐलान कर दिया था कि वह अपने पुराने हलके अमृतसर से ही चुनाव लड़ेंगे।
सियासी जानकारों के मुताबिक ब्रह्म महेंद्रा को भी पटियाला (शहरी) हलके से कांग्रेस की ओर से उम्मीदवार बनाये जाने की चर्चा रही है। ये चर्चा भी जोरों पर है कि इस बार उनके बेटे मोहित महेंद्रा को पटियाला (देहाती) हलके से कांग्रेस अपना उम्मीदवार बना सकती है।