विकास कौशल/ निस
बठिंडा, 26 सितंबर
पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत बादल के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में मंगलवार को बठिंडा कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी करते हुए उन्हें अदालत में पेश करने का आदेश दिया। उनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर भी जारी कर दिया गया है, ताकि वह देश से बाहर न जा सकें। इस बीच, मनप्रीत ने बठिंडा सेशंस कोर्ट में दायर अग्रिम जमानत की अर्जी मंगलवार को सुनवाई से पहले वापस ले ली। उनके वकील ने कहा कि वह नयी अर्जी दायर करेंगे।
वकील ने कहा, ‘जब अर्जी लगाई गई थी, तब जांच चल रही थी। हमने यह दलील दी थी कि बिना केस दर्ज किये पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान स्टेज से कह रहे हैं कि मनप्रीत बादल को अंदर करेंगे। इसी को लेकर हम कोर्ट गए थे कि राजनीतिक बदले के लिए दबाव डाला जा रहा है। चूंकि अब इस मामले में केस दर्ज हो गया है, तो नये फैक्ट के साथ याचिका दायर करेंगे।’
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने बठिंडा में प्लॉट खरीद में अनियमितताओं के आरोप में मनप्रीत और पांच अन्य- बठिंडा विकास प्राधिकरण (बीडीए) के पूर्व मुख्य प्रशासक बिक्रमजीत शेरगिल, राजीव कुमार, अमनदीप सिंह, विकास अरोड़ा और पंकज के खिलाफ 24 सितंबर को मामला दर्ज किया था। राजीव कुमार, अमनदीप सिंह और विकास अरोड़ा को गिरफ्तार किया जा चुका है। मनप्रीत की गिरफ्तारी को लेकर विजिलेंस की छापेमारी जारी है। सोमवार को बादल गांव में उनके आवास पर छापा मारा गया था। विजिलेंस ब्यूरो ने पूर्व विधायक सरूप चंद सिंगला की 2021 की शिकायत के आधार पर जांच शुरू की थी। सिंगला और मनप्रीत दोनों ही अब भाजपा के
नेता हैं।