चंडीगढ़, 4 दिसंबर (ट्रिन्यू)
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रदेशभर में जिला और यूनिवर्सिटी स्तर पर मिलिट्री लिटरेचर फेस्टिवल (एमएलफ) की मेज़बानी करके इसके दायरे का विस्तार करने का ऐलान किया है। यहां 6वें मिलिट्री लिटरेचर फेस्टिवल के सम्मान समारोह की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने हर साल इस प्रतिष्ठित समागम के प्रबंध के लिए प्रबंधक कमेटी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भविष्य में राज्य सरकार नौजवानों को हथियारबंद सेनाओं की समृद्ध विरासत से अवगत करवाने और उनमें फौज में भर्ती होने की भावना पैदा करने के लिए जिला और यूनिवर्सिटी स्तर पर यह मेला करवाएगी।
मान ने कहा कि नौजवानों में राष्ट्रवाद और देश भक्ति की भावना पैदा करना समय की जरूरत है, जिससे उनको हथियारबंद सेनाओं में भर्ती होने के लिए प्रेरित किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ड्यूटी के दौरान शहीदी प्राप्त करने वाले बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि भेंट करने के लिए राज्य सरकार की तरफ से यह विनम्र प्रयास है। भगवंत मान ने कहा कि इस कदम का मकसद शहीद सैनिकों के पीड़ित परिवारों को बड़ी राहत देना है। उन्होंने आगे कहा कि मातृ भूमि की रक्षा के लिए अपनी जान कुर्बान करने वाले सैनिकों के परिवारों की मदद करना राज्य सरकार का फर्ज है। मुख्यमंत्री ने पूर्व सैनिकों और हथियारबंद बलों के साथ अपने मज़बूत रिश्तों को भी याद किया। उन्होंने बताया कि उनके मामा जी भारतीय फ़ौज में नौकरी कर चुके हैं। भगवंत मान ने यह भी कहा कि वह खुशकिस्मत हैं कि एस. ए. एस. नगर (मोहाली) में उनके पड़ोसी पुरस्कार विजेता पूर्व फ़ौजी अफ़सर थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कई पुस्तकों का भी विमोचन किया और मेले में भाग लेने वाली मशहूर शख्सियतों का सम्मान किया।
‘देश निर्माण में सेना की अहम भूमिका’
भारत को विश्व का सबसे बड़ा और सफल लोकतंत्र बनाने में हथियारबंद सेनाओं की अहम भूमिका की सराहना करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में लोकतंत्र सफलतापूर्वक प्रफुल्लित हुआ है क्योंकि हथियारबंद बलों ने इसकी रक्षा में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि हथियारबंद सेनाओं ने देश की सरहदों की रक्षा करने के साथ-साथ देश की एकता, अखंडता और प्रभुसत्ता को भी बरकरार रखा है। भगवंत मान ने कहा कि इस कारण ही भारत आज दुनिया भर में सबसे सफल लोकतंत्र के तौर पर उभरा है। पाकिस्तान की बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वहां लोकतंत्र कभी भी कायम नहीं रहा, क्योंकि फ़ौज ने इस पड़ोसी मुल्क में कई बार चुनी हुई सरकारों को भंग किया है। उन्होंने कहा कि इसके विपरीत भारत में हथियारबंद बलों की सक्रिय भूमिका के कारण लोकतंत्र सफल रहा है।