नरेंद्र मोहन शर्मा/निस
होशियारपुर, 4 जनवरी
कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली बार्डर पर संघर्षरत किसानों बारे दिये विवादित बयान के रोषस्वरुप कुछ युवाकों द्वारा पूर्व मंत्री तीक्ष्ण सूद के घर के आगे गोबर फेंकने वाले के मामले में दर्ज की गई एफआरआई को रद्द करवाने के लिए आज अलग-अलग किसान जत्थेबंदियों की तरफ से लघु सचिवालय होशियारपुर के सामने रोष धरना दिया गया। धरने में होशियारपुर के अलावा कपूरथला, जालंधर, गुरदासपुर के किसान भी शामिल हुए। धरने को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने दर्ज किये गये मामलों को तुरंत रद्द करने की माँग की और कहा कि जब तक ये मामले रद्द नहीं हो जाते, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने माँग की कि भाजपा नेता तीक्ष्ण सूद के ख़िलाफ़ भी गाली-गलौच और धमकियां देने का मामला दर्ज किया जाये। इस मौके संयुक्त संघर्ष समिति के सिंघु बार्डर से पहुँचे नेता अमरजीत सिंह रड़ा ने कहा कि किसानों की एकता के साथ शुरू हुए संघर्ष ने केंद्र सरकार को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया है। उन्होंने कहा कि जो नेता किसी के साथ बात नहीं करते थे, वो आज किसानों के साथ बात करने के लिए मिन्नतें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो कोई भी किसानों की शान के ख़िलाफ़ शब्दों का इस्तेमाल करेगा, उसे उसी की भाषा में ही जवाब दिया जायेगा।

उन्होंने ज़िला प्रशासन को चेतावनी दी कि नौजवानों ख़िलाफ़ दर्ज किये झूठे मामलों को जब तक रद्द नहीं किया जाता, तब तक यह संघर्ष होशियारपुर में भी जारी रहेगा। आज के रोष धरने को लेकर प्रशासन और पुलिस तनाव में थी। सुबह से ही किसान ट्रैक्टर-ट्रालियों और दूसरे वाहनों पर पहुँचने शुरू हो गए। किसानों का गुस्सा देखते हुए बाद दोपहर ज़िला पुलिस प्रमुख नवजोत सिंह माहल की तरफ से अलग-अलग किसान जत्थेबंदियों के नेताओं के साथ एक मीटिंग की गई, जिसमें दर्ज किये केस रद्द करने का भरोसा दिया। इसके उपरांत किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ पुलिस के सीनियर अधिकारी एसपी (एच) रमिंदर सिंह, डीएसपी टांडा दलजीत सिंह खख डीएसपी गुरप्रीत सिंह गिल और अन्य अधिकारी धरनास्थल पर पहुँचे। इस मौके एसपी (एच) रमिंदर सिंह ने किसानों की स्टेज से एलान किया कि पुलिस की तरफ से दर्ज किया केस रद्द होगा जिसके बाद धरना समाप्त हो गया।
इस मौके पर सतनाम सिंह साहनी, गुरजीत सिंह नीला नलोआ जनरल सचिव, गुरमेश सिंह, जरनैल सिंह गढ़दीवाला, भूपिंदर सिंह घुम्मन चेयरमैन कंडी किसान संघर्ष समिति, हरविंदर सिंह संधू सचिव जनरल, लारेंस चौधरी क्रिश्चियन फ्रंट, महताब सिंह हुन्दल, कमलजीत सिंह गेजा, प्रीतपाल सिंह, गुरनाम सिंह सिंगड़ीवाला, जगतार सिंह भिंडर प्रधान कामगार किसान यूनियन, रणवीर सिंह गीगनोवाल, सुखविन्दर सिंह कलोटी, का: गंगा प्रसाद, कुलविंदर सिंह जालंधर, हरमिंदर सिंह खुड्डा, संतोख सिंह लक्खपुर, गुरपाल सिंह पाला, कुलदीप सिंह रायपुर, बब्बू लित्तरें आदि समेत बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।