होशियारपुर, 4 अक्तूबर (निस)
पंजाब पुलिस ने रविवार को दो आतंकियों मक्खन सिंह गिल उर्फ अमली और दविंदर सिंह उर्फ हैप्पी को गिरफ्तार करके खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी होशियारपुर जिले के गांव नूरपुर जट्टां के निवासी हैं। पुलिस ने आरोपियों से 2 अत्याधुनिक हथियार और गोला-बारूद जब्त किए हैं, जिसमें एक एमपी 5 सब-मशीनगन के साथ दो मैगजीन और 30 कारतूस और एक 9 एमएम पिस्टल के साथ दो मैगजीन और 30 कारतूस शामिल हैं।
आरोपी मक्खन सिंह अमली अतीत में विभिन्न आतंकी और अन्य आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहा है। उसके खिलाफ पहले भी 7 मामले दर्ज हैं। डीजीपी दिनकर गुप्ता ने खुलासा करते हुए कहा कि प्रारंभिक जांच के दौरान मक्खन उर्फ अमली ने रहस्योद्घाटन किया कि वह कनाडा निवासी हरप्रीत सिंह के संपर्क में था, जिसने उन्हें आतंकवादी हत्याओं को अंजाम देने के लिए पंजाब में एक आतंकी मॉड्यूल बनाने के लिए उकसाया था। अमली पहले बब्बर खालसा प्रमुख वधावा सिंह का करीबी सहयोगी रह चुका और कनाडा स्थित केज़ेडएफ सरगना हरप्रीत सिंह के लगातार संपर्क में था। हरप्रीत लगातार पाकिस्तान जाता रहता है और वह पाक के केज़ेडएफ प्रमुख रणजीत सिंह उर्फ नीटा का करीबी है।
डीजीपी ने बताया कि आतंकियों के जर्मनी और अमेरिका से ताल्लुक रखने वाले कुछ अन्य विदेशी आकाओं के नाम भी मॉड्यूल में सामने आये हैं, जो विदेश से विभिन्न धन अंतरण सेवाओं एवं अन्य चैनलों के जरिये मक्खन उर्फ अमली को पैसे पहुंचाने में शामिल थे। डीजीपी ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ होशियारपुर जिले के थाना महलपुर में आईपीसी, शस्त्र अधिनियम एवं गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के अनेक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बब्बर खालसा प्रमुख वधावा सिंह बब्बर से संबंध
डीजीपी ने खुलासा किया कि मक्खन सिंह उर्फ अमली एक कट्टर खालिस्तान समर्थक आतंकवादी था, जिसे पहले पंजाब पुलिस ने भारत में हथियारों की तस्करी और आतंकी अपराधों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया था। अमली ने पाकिस्तान में प्रशिक्षण लिया है। वह पाक स्थित बब्बर खालसा के अंतरराष्ट्रीय प्रमुख वधावा सिंह बब्बर का करीबी था और 14 साल से अधिक समय तक पाकिस्तान में उसके साथ रहा।