दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 14 मार्च
पंजाब की 16वीं विधानसभा के 17वें मुख्यमंत्री बनने जा रहे भगवंत मान के लिए ‘16 अंक’ काफी ‘शुभ’ है। शायद, यही कारण हैं कि उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण भी 16 मार्च को ही लेने का निर्णय लिया। हालांकि उनके समर्थकों सहित कई लोगों का सुझाव था कि 17 मार्च को शपथ ग्रहण की जाए, लेकिन मान ने 16 को ही चुना। राजनीति में आने से पहले कॉमेडी की दुनिया में भी 16 नंबर उनके लिए लक्की साबित रहा है।
90 के दशक में भगवंत मान ने जालधंर दूरदर्शन के माध्यम से बतौर कॉमेडियन कदम रखा। उस जमाने में ऑडियो कैसेट का ट्रेंड था और कैसेट रिकार्डिंग भी पूरे शबाब पर थी। कॉमेडियन के तौर पर मान की पहली ऑडियो कैसेट ‘गोभी दिए कच्चिए बपारने’ 16 मई, 1992 को रिलीज हुई थी। इस कैसेट ने मान को नई पहचान दी और व कामयाबी की सीढ़ी चढ़ते चले गए। इसके बाद वे ‘सभ्याचारक मेलों’ आदि में मंच पर भी कॉमेडी करने लगे।
इतना ही नहीं, उनकी दूसरी कैसेट भी 16 दिसंबर, 1992 को मार्केट में आई। इसके बाद भी भगवंत मान के जीवन में कई ऐसे मौके रहे, जब उन्होंने नई शुरूआत के लिए 16 को चुना। नये प्रोजेक्ट की शुरूआत भी वे 16 को ही करने लगे। अब इसे संयोग भी कह सकते हैं कि 16 मई, 2014 को भगवंत मान पहली बार 16वीं लोकसभा के लिए सांसद चुने गए। पंजाब के सीएम भले वे 17वें हैं लेकिन 16वीं विधानसभा का गठन उनके नेतृत्व में हो रहा है।
वे 16 मार्च को शहीद भगत सिंह के गांव खटकड़ कलां में शपथ लेंगे। वहीं दूसरी ओर, पंजाब विधानसभा में यह पहला मौका होगा जब सर्वाधिक 13 महिलाएं बतौर सदस्य विधानसभा में कदम रखेंगी। ऐसे में मान कैबिनेट में महिलाओं की संख्या भी पूर्व की सरकारों के मुकाबले अधिक देखने को मिल सकती है। विभिन्न पार्टियों की कुल 93 महिलाएं इस बार पंजाब के चुनावी रण में थीं। इस बार कुल 10 प्रतिशत महिला उम्मीदवार थीं, जबकि 2017 में इनकी संख्या महज 7 प्रतिशत थी। 2017 में मुख्य धारा की पार्टियों से केवल 29 महिलाएं मैदान में थी। इस बार मुख्य दलों की 37 महिलाओं ने चुनाव लड़ा। इनमें 13 चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचने में कामयाब रही। यह आंकड़ा भी हाल के वर्षों के मुकाबले अधिक है। कांग्रेस ने 11, आम आदमी पार्टी ने 12, भाजपा ने 6, पंजाब लोक कांग्रेस ने दो, शिरोमणि अकाली दल संयुक्त ने एक, अकाली दल ने नौ महिलाओं को टिकट दिया था।
कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू तथा अकाली दल के दिग्गज नेता को हराने वाली डाक्टर जीवन जोत कौर हैं। उन्हें पंजाब की ‘पैड-वूमन’ के रूप में जाना जाता है। युवा आप नेत्री नरिंदर कौर भराज ने संगरूर में कांग्रेस के दिग्गज और करोड़पति प्रत्याशी कांग्रेस के पूर्व मंत्री विजय इंदर सिंगला को 36 हजार से ज्यादा मतों से शिकस्त दी है। लुधियाना दक्षिण सीट से पहली बार चुनाव लड़ी राजिंदर कौर ने लोक इंसाफ पार्टी के प्रमुख सिमरजीत सिंह बैंस के बड़े भाई बलविंदर सिंह बैंस को पटकनी दी। प्रो़ बलजिंदर कौर तलवंडी साबो से लगातार दूसरी बार जीतकर विधानसभा में पहुंची हैं। डॉ़ अमनदीप कौर अरोड़ा ने मोगा से चुनाव लड़ा और अभिनेता सोनू सूद की बहन मालविका सूद को 20 हजार 915 वोट से हराया। पंजाब विधानसभा में विधायक दल की उपनेता रही सर्वजीत कौर मानूके जगरांव विधानसभा हलके से 30 हजार से ज्यादा वोटों से जीती हैं। जालंधर जिला की नकोदर विधानसभा हलके से दो बार विधायक रहे गुर प्रताप सिंह वडाला को आप की महिला प्रत्याशी इंद्रजीत कौर मान ने 2800 वोट से हराया है।
ट्यूशन पढ़ाने वाली संतोष अब एमएलए
बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने वाली संतोष कटारिया ने शहीद भगत सिंह नगर जिला की बलाचौर सीट से चुनाव जीता है। लोकसभा चुनाव हारने वाली आप की महिला नेता नीना मित्तल ने राजपुरा से जीत दर्ज की है। पंजाब में गायिकी के क्षेत्र को छोड़कर राजनीति में उतरीं अनमोल गगन मान भी 38 हजार मतों के अंतर से जीतकर विधानसभा पहुंची हैं।
बसंती रंग की पगड़ी और दुपट्टे में आने को कहा
भावी मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लोगों को 16 मार्च को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया है। मान ने लोगों से बड़ी संख्या में समारोह में शामिल होने की अपील करते हुए पुरुषों से उस दिन विशेष रूप से ‘बसंती’ (पीली) पगड़ी और महिलाओं को पीला ‘दुपट्टा’ (शॉल) पहन कर आने का भी आग्रह किया। दरअसल, शपथ ग्रहण समारोह नवांशहर जिले के महान स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़ कलां में आयोजित होगा। मान (48) ने लोगों से उस पंजाब का निर्माण करने का भी आग्रह किया, जिसका भगत सिंह ने सपना देखा था। पंजाब के निर्वाचित मुख्यमंत्री ने सोमवार को टि्वटर पर एक वीडियो साझा करते हुए कहा, “मैं ही नहीं, पंजाब के तीन करोड़ लोग भी मेरे साथ शपथ लेंगे।
आई सर्जन बलजीत मलोट का करेंगी नेतृत्व
पेशे से आई सर्जन बलजीत कौर मलोट विधानसभा हलके का प्रतिनिधित्व करेंगी। आम आदमी पार्टी के अलावा विधानसभा में विपक्ष की सीटों पर महिलाएं दिखाई देंगी। कांग्रेस की तरफ से एकमात्र अरुणा चौधरी चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची हैं। शिरोमणि अकाली दल ने नौ महिलाओं को चुनाव मैदान में उतारा, लेकिन पहली बार घर से बाहर निकली बिक्रमजीत मजीठिया की पत्नी गुनीव कौर विधानसभा पहुंचने में कामयाब हुई हैं।