लुधियाना (निस) : मंगलवार को शहर के विभिन्न अस्पतालों में कोरोना के 14 मरीजों ने दम तोड़ दिया। इनमें दस लुधियाना से संबंधित थे, जबकि शेष चार मोगा, फिरोजपुर, फाजिल्का और कपूरथला से संबंधित थे। सिविल सर्जन डा. राजेश बग्गा ने बताया कि आज कोरोना के नये 195 मामले सामने आये। इनमें 32 विचाराधीन कैदी, 5 पुलिस कर्मी और 8 हेल्थ केयर वर्कर भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि जिले में कोरोना से दम तोड़ने वालों की संख्या 333 हो गई है जबकि इनके अतिरिक्त 74 अन्य जिलों से संबधित हैं जो यहां उपचार करवाने आये थे लेकिन उनकी मौत हाे गई। इस बीच जिलाधीश वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि कोरोना के मरीजों की आये दिन बढ़ रही संख्या और उन्हें अस्पतालों में उपचार के लिए स्थान न मिलने की शिकायतों के निपटारे के दृष्टिगत शहर के अस्पतालों में आक्सीजन की सुविधा वाले 740 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की गई है।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।