नयी दिल्ली, 8 अगस्त (एजेंसी)
कांग्रेस की युवा इकाई बेरोजगारी की समस्या को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के मकसद के साथ रविवार से ‘रोजगार’ अभियान शुरू करेगी।
भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने एक बयान में दावा किया,‘भारत में आज करोड़ों युवा बेरोजगार हैं। लोग बेरोजगारी के कारण आत्महत्या कर रहे हैं। केंद्र सरकार हर साल 2 करोड़ लोगों को नौकरी देने का वादा करके सत्ता में आई थी। इस हिसाब से 6 सालों में 12 करोड़ लोगों को रोजगार मिलना चाहिए था। लेकिन पिछले कुछ महीनों में ही 12 करोड़ लोगों की नौकरी चली गई।’ उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार रेलवे का निजीकरण और सरकारी कंपनियों को बेचकर युवाओं के रोजगार के अवसर लगातार छीन रही है। भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी राहुल राव ने आरोप लगाया, ‘पहले नोटबंदी, फिर जीएसटी को गलत तरीके से लागू किया गया और बिना सोचे लॉकडाउन किया गया। इस तरह के फैसलों से सरकार ने अर्थव्यवस्था बर्बाद कर दी।’
राव के अनुसार, इस अभियान के तहत युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता गांव-गांव में धरना देंगे, बेरोज़गार युवाओं की मानव शृंखला बनाकर प्रदर्शन करेंगे। युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव एवं सोशल मीडया प्रभारी वैभव वालिया ने कहा,‘हम सोशल मीडिया में भी बेरोज़गार युवाओं की आवाज उठाएंगे और केंद्र सरकार की युवा विरोधी नीतियों को देश की जनता के सामने उजागर करेंगे।’
उन्होंने कहा,‘हमारी मांग होगी कि विभिन्न सरकारी विभागों के खाली पद तुरंत भरे जाएं, रेलवे और अन्य सरकारी संस्थानों का निजीकरण तुरंत बंद हो, कोरोना काल में बेरोजगार हुए युवाओं को आर्थिक मदद मिले, सरकारी विभागों में खत्म किए जा रहे पदों पर रोक लगे और अदालतों में अटकी सरकारी भर्तियों पर जल्द फैसला हो।’
राहुल ने साधा निशाना
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आशाकर्मियों की हड़ताल को लेकर शनिवार को सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि पहले से ‘गूंगी’ हो चुकी सरकार अब ‘अंधी-बहरी’ भी हो गई है। उन्होंने एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया, ‘आशा कार्यकर्ता देशभर में घर-घर तक स्वास्थ्य सुरक्षा पहुंचाती हैं। वे सच मायने में स्वास्थ्य योद्धा हैं लेकिन आज ख़ुद अपने हक़ के लिए हड़ताल करने पर मजबूर हैं।’ कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘सरकार गूंगी तो थी ही, अब शायद अंधी-बहरी भी है।’ उन्होंने जिस खबर का हवाला दिया उसके मुताबिक, देश भर की आशाकर्मी अपनी कई मांगों को लेकर 7 अगस्त से दो दिन की हड़ताल पर हैं। उनकी प्रमुख मांग यह है कि उन्हें बेहतर और समय पर वेतन मिले तथा न्यूनतम वेतन सुनिश्चित किया जाए।