जम्मू, 3 अगस्त (हप्र)
कोरोना के कारण स्थगित की गई अमरनाथ यात्रा आज श्रावण पूर्णिमा के दिन पवित्र छड़ी मुबारक गुफा में स्थापित करते ही संपन्न हो गई। अमरनाथ यात्रा की प्रतीक छड़ी मुबारक को कुछेक साधुओं के साथ ही हेलिकाप्टर से गुफा तक ले जाया गया, ताकि यात्रा को सांकेतिक तौर पर संपन्न करवाया जा सके।
पवित्र छड़ी मुबारक आज श्रावण पूर्णिमा के दिन अमरनाथ गुफा में पहुंची। वहां सभी धार्मिक अनुष्ठान वैदिक मंत्रों और पूजा-अर्चना से संपन्न किए गए। इसके बाद भगवान शिव से कोरोना संकट से निजात दिलाने की प्रार्थना भी की गई। महंत दीपेंद्र गिरि ने इस अवसर पर एक संदेश में यात्रा की प्राचीन परंपरा और इतिहास से भी अवगत कराया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा करीब 150 साल पुरानी है।
अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने 21 जुलाई को वार्षिक अमरनाथ यात्रा शुरू करने को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी थी। वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस साल वार्षिक अमरनाथ यात्रा को रद्द करने का फैसला लिया गया था।
प्रशासन की तरफ से कहा गया था कि सिर्फ पवित्र छड़ी मुबारक को जाने की अनुमति है, जोकि पूरे रीति रिवाज से हर साल की तरह पूजा-अर्चना करेगी और उसके बाद इस साल की यात्रा को समाप्त कर दिया जाएगा।