बारामूला, 5 अक्तूबर (एजेंसी)
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह की बातचीत से इनकार करते हुए बुधवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद का सफाया करेगी और इसे देश का सबसे शांतिपूर्ण स्थान बनाएगी। शाह ने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा संशोधित मतदाता सूची प्रकाशित किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में पूरी पारदर्शिता के साथ विधानसभा चुनाव कराए जाएंगे।
शाह ने पाकिस्तान के साथ बातचीत की वकालत करने वालों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘कुछ लोग कहते हैं कि हमें पाकिस्तान से बातचीत करनी चाहिए। हमें पाकिस्तान से बातचीत क्यों करनी चाहिए? हम कोई बातचीत नहीं करेंगे। हम बारामूला के लोगों से बात करेंगे, हम कश्मीर के लोगों से बात करेंगे।’
शाह ने युवाओं से हिंसा का रास्ता छोड़ने की अपील करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में 1990 से अब तक आतंकवाद ने 42,000 लोगों की जान ले ली है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में विकास नहीं होने के लिए अब्दुल्ला (नेशनल कॉन्फ्रेंस), मुफ्ती (पीडीपी) और नेहरू-गांधी (कांग्रेस) परिवारों को जिम्मेदार ठहराया।
मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पिछले तीन साल के दौरान 56,000 करोड़ रुपये का निवेश आया है, जिससे पांच लाख लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे, जबकि आजादी के बाद से सिर्फ 17,000 करोड़ रुपये का निवेश आया था।
अजान सुनकर रोका भाषण
अमित शाह ने बारामूला जिले में रैली के दौरान पास की मस्जिद में अजान होने पर अपना भाषण कुछ देर के लिए रोक दिया। शौकत अली स्टेडियम में भाषण शुरू करने के पांच मिनट बाद, शाह ने मंच पर खड़े लोगों से पूछा,’क्या मस्जिद में कुछ हो रहा है?’ जब मंच पर किसी ने उन्हें बताया कि अजान हो रही है, तो शाह ने अपना भाषण रोक दिया। इस पर लोगों ने तालियां बजाईं और उनके समर्थन में नारे लगाए।