
नयी दिल्ली में शनिवार को मीडिया को संबोधित करते कांग्रेस नेता राहुल गांधी। -मुकेश अग्रवाल
नयी दिल्ली, 25 मार्च (एजेंसी)
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने के एक दिन बाद शनिवार को कहा कि वह संसद के सदस्य रहें या नहीं रहें, या फिर उन्हें जेल में ही क्यों न डाल दिया जाए, वह लोकतंत्र की लड़ाई लड़ते रहेंगे। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि वह डरने वाले नहीं हैं और माफी नहीं मांगेंगे, क्योंकि उनका नाम ‘सावरकर नहीं, गांधी है और गांधी माफी नहीं मांगते।’
कांग्रेस नेता ने उनका समर्थन करने वाले विपक्षी दलों का धन्यवाद किया और कहा कि सब मिलकर काम करेंगे। राहुल ने संवाददाताओं से बातचीत में यह भी कहा कि सरकार ने इस कदम से विपक्षी दलों को एक बड़ा हथियार पकड़ा दिया है, जिसका उन्हें फायदा मिलेगा। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी वाले संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अडाणी समूह से जुड़े सवालों से ध्यान भटकाने के लिए उन पर ओबीसी समुदाय के अपमान का आरोप लगा रही है। राहुल ने कहा, ‘असली सवाल यह है कि अडाणी समूह में 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया गया है, वो पैसा किसका है?’ उन्होंने दावा किया कि उन्हें लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराया गया, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इससे डरे हुए थे कि वह सदन में अडाणी मामले पर अपना अगला भाषण देने वाले थे। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘अडाणी जी की शेल कंपनी है, उनमें 20 हजार करोड़ रुपया किसी ने निवेश किया है, ये पैसे किसके हैं? यह सवाल मैंने पूछा। मोदी जी और अडाणी जी के रिश्ते के बारे में पूछा। मेरी बातों को सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया।’
भाजपा के लिए आत्मघाती गोल : थरूर
तिरुवनंतपुरम : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा कि राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराया जाना भाजपा द्वारा किया गया ‘आत्मघाती गोल’ है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे का आखिरकार विपक्षी दलों और राहुल गांधी को ही फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘भाजपा ने विपक्षी एकजुटता के लिए एक जमीन तैयार कर दी है जो पहले नहीं थी।’
ये ओबीसी के अपमान का मुद्दा : भाजपा
पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने इस दावे को खारिज किया कि राहुल गांधी को मानहानि के मामले में सजा और बाद में अयोग्य ठहराए जाने का संबंध अडाणी समूह के मुद्दे को उठाने से जुड़ा है। प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने 2019 में मोदी उपनाम के बारे में अपने बयानों में ‘आलोचनात्मक नहीं अपमानजनक’ टिप्पणी की, जिसके कारण मानहानि का मुकदमा हुआ। राहुल गांधी के संवाददाता सम्मेलन के ठीक बाद पत्रकारों से बातचीत में प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस नेता ने ‘ओबीसी का अपमान किया है, यह ऐसा मुद्दा है, जिसे पूरे देश में भाजपा द्वारा जोर-शोर से उठाया जाएगा।’
जनप्रतिनिधियों की स्वत: अयोग्यता को चुनौती
नयी दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर करके जनप्रतिनिधियों को दोषी ठहराए जाने और दो साल या उससे अधिक की जेल की सजा सुनाये जाने पर जनप्रतिनिधित्व कानून की धारा 8(3) के तहत ‘स्वत: अयोग्यता’ को चुनौती दी गई है। केरल के एक सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि शीर्ष अदालत का रुख करने का तात्कालिक कारण कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा सदस्य के तौर पर अयोग्य करार दिये जाने से संबंधित एक हालिया घटनाक्रम है।
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