आज देश भर में बजेंगे युद्ध के सायरन सीमा पर दिखेगी वायुसेना की ताकत
नयी दिल्ली, 6 मई (ट्रिन्यू/एजेंसी)
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच बुधवार को देश भर में करीब 300 ‘नागरिक सुरक्षा जिलों’ में मॉक ड्रिल की जाएगी। परमाणु संयंत्रों, सैन्य ठिकानों, रिफाइनरी और जलविद्युत बांध जैसे संवेदनशील प्रतिष्ठानों वाले इन जिलों में हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजेंगे और हमले की स्थिति में बचाव के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। वहीं, भारतीय वायुसेना पाकिस्तान से लगे सीमावर्ती क्षेत्रों में दो दिवसीय वृहद सैन्य अभ्यास करेगी, जिसमें राफेल, सुखोई-30 और जगुआर विमानों सहित सभी अग्रणी लड़ाकू विमान शामिल होंगे। भारत के नागर विमानन प्राधिकरण ने हवाई अभ्यास के लिए ‘नोटिस टू एयरमेन’ (नोटम) जारी कर दिया है। यह अभ्यास मुख्य रूप से भारत-पाकिस्तान सीमा के दक्षिणी और पश्चिमी हिस्से में होगा।
लोगों की सक्रिय सहभागिता के साथ मॉक ड्रिल करने पर मंगलवार को केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक में विस्तार से चर्चा की गई। गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों से मॉक ड्रिल करने को कहा है। शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों, सरकारी और निजी संस्थानों के कर्मचारियों, अस्पताल कर्मियों, रेलवे, पुलिस, अर्द्धसैनिक और रक्षा बलों के कर्मियों को इसमे शामिल किया जाएगा।
गृह मंत्रालय के अनुसार मॉक ड्रिल के दौरान लोगों को सुरक्षा पहलुओं पर प्रशिक्षण देना, बंकरों-खंदकों की सफाई करना, दुर्घटना की स्थिति में ब्लैकआउट के उपाय, महत्वपूर्ण संयंत्रों और प्रतिष्ठानों की रक्षा, निकासी योजनाओं का पूर्वाभ्यास करना शामिल है। मॉक ड्रिल में वायुसेना के साथ हॉटलाइन और रेडियो-कम्युनिकेशन लिंक का संचालन, नियंत्रण कक्षों की कार्यक्षमता का परीक्षण भी शामिल है। इस अभ्यास का आयोजन गांव स्तर तक योजनाबद्ध तरीके से किया जाएगा। इसका उद्देश्य सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में नागरिक सुरक्षा तंत्र की तैयारी का आकलन करना एवं उसे मजबूत करना है।
सूत्रों ने कहा कि नागरिक सुरक्षा जिले और सामान्य प्रशासनिक जिले भिन्न होते हैं। किसी भौगोलिक क्षेत्र में छावनी, रिफाइनरी या परमाणु संयंत्र होने पर उसे आवश्यकता और तात्कालिकता के आधार पर ‘नागरिक सुरक्षा जिले’ के रूप में चिह्नित किया जा सकता है।
सेंसेक्स 156 अंक गिरा
मुंबई : बैंकिंग एवं पेट्रोलियम शेयरों में मुनाफावसूली आने और भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने से निवेशकों के सतर्क रुख अपनाने के कारण मंगलवार को स्थानीय शेयर बाजारों में गिरावट रही। सेंसेक्स 156 अंक फिसल गया, जबकि निफ्टी में 82 अंक की गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स दो दिन की बढ़त को रोकते हुए 155.77 अंक यानी 0.19 प्रतिशत गिरकर 80,641.07 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 315.81 अंक गिरकर 80,481.03 अंक पर आ गया था। निफ्टी 81.55 अंक यानी 0.33 प्रतिशत गिरकर 24,379.60 अंक पर बंद हुआ। विश्लेषकों ने कहा कि नीतिगत दर पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के निर्णय से पहले और अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता पर चिंताओं से कारोबारी गतिविधियां सीमित दायरे में रहीं।
सुरक्षा परिषद की बैठक में पाक से कड़े सवाल
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने बंद कमरे में चर्चा के दौरान पहलगाम आतंकवादी हमले की व्यापक निंदा की और जवाबदेही की आवश्यकता को स्वीकारा। सूत्रों के अनुसार, यूएनएससी सदस्यों ने पूछा कि क्या पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के इसमें शामिल होने की संभावना है या नहीं। सूत्रों ने बताया कि स्थिति का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने के पाकिस्तान के प्रयास भी विफल रहे। पाकिस्तान को भारत के साथ द्विपक्षीय रूप से मुद्दों को सुलझाने की सलाह दी गयी।
हरियाणा के 11 जिले भी होंगे ब्लैक आउट
चंडीगढ़ (ट्रिन्यू) : बुधवार की रात हरियाणा के 11 जिले आधा घंटा के लिए ब्लैक आउट होंगे। इन जिलों में न तो लाइट जलेगी और न ही ईंट-भट्ठों पर दूसरी जगहों पर चूल्हों में आग जलाई जा सकेगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशों के तहत युद्ध की मॉक ड्रिल के चलते ऐसा होगा। हरियाणा गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा इस संदर्भ में आला अधिकारियों के साथ बैठक कर चुकी हैं। सरकार की ओर से जिलों के डीसी और एसपी को भी हिदायतें जारी की हैं। गाइड लाइन के तहत मॉक ड्रिल के समय ब्लैक आउट होगा और हूटर बजाकर लोगों को सतर्क किया जाएगा।
पीएम ने खुफिया रिपोर्ट के बाद रद्द किया था कश्मीर दौरा : खड़गे
रांची : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को दावा किया कि गत 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले से तीन दिन पहले खुफिया रिपोर्ट के आधार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना जम्मू-कश्मीर दौरा रद्द कर दिया था। उन्होंने यहां कांग्रेस की ‘संविधान बचाओ रैली’ को संबोधित करते हुए सवाल किया कि इसी खुफिया रिपोर्ट के आधार पर लोगों की सुरक्षा क्यों नहीं की गई? उन्होंने कहा कि सरकार को 26 लोगों की मौत की जिम्मेदारी भी लेनी चाहिए। वहीं, भाजपा ने इस पर कहा कि खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना सुरक्षा एजेंसियों का मनोबल गिराने के इरादे से की है।