नयी दिल्ली, 21 मई (एजेंसी)
आपको जल्द ही अनजान कॉल्स से मुक्ति मिलने जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार सरकार अपना ‘ट्रूकॉलर’ स्थापित कर रही है। एक शीर्ष अधिकारी के अनुसार, दूरसंचार नियामक ट्राई जल्द ही फोन करने वाले के केवाईसी आधारित नाम को फोन स्क्रीन पर फ्लैश करने के लिए एक सिस्टम तैयार करने पर परामर्श शुरू करेगा। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) को दूरसंचार विभाग (डीओटी) से इस पर परामर्श शुरू करने के लिए एक पत्र प्राप्त हुआ है। ट्राई के चेयरमैन पीडी वाघेला ने कहा कि इस पर विचार-विमर्श कुछ महीनों में शुरू होने की उम्मीद है। वाघेला ने कहा, हमें अभी एक पत्र मिला है, और हम जल्द ही इस पर काम शुरू करेंगे। केवाईसी के अनुसार नाम किसी के कॉल करने पर दिखाई देगा।
ट्राई पहले से ही इसी तर्ज पर सोच रहा था, लेकिन अब दूरसंचार विभाग के विशेष संदर्भ में इस पर जल्द ही काम शुरू होगा। वाघेला ने कहा, यह तंत्र दूरसंचार कंपनियों द्वारा किए गए केवाईसी के अनुसार, दूरसंचार विभाग के मानदंडों के अनुसार, फोन स्क्रीन पर नाम प्रदर्शित करने में सक्षम होगा। यह कदम महत्वपूर्ण है क्योंकि तंत्र कॉलर्स को उनके केवाईसी (नो योर कस्टमर) के अनुसार पहचानने में मदद करेगा और क्राउडसोर्सिंग डेटा के आधार पर कॉल करने वालों की पहचान करने वाले कुछ ऐप की तुलना में अधिक सटीकता और पारदर्शिता लाएगा। सूत्रों ने कहा कि एक बार केवाईसी आधारित-नई व्यवस्था के लिए रूपरेखा तैयार हो जाने के बाद, पहचान प्रतिष्ठान अधिक स्पष्ट और कानूनी रूप से मान्य हो जाएगा।