नयी दिल्ली, 19 अक्तूबर (एजेंसी)
ऑक्सफैम इंडिया ने कहा कि वैश्विक भुखमरी सूचकांक-2021 में भारत का 101वां स्थान ‘दुर्भाग्य’ से भारत के यथार्थ को दर्शाता है, जहां कोरोना महामारी के बाद से भुखमरी और बढ़ी है। भारत 116 देशों के वैश्विक भुखमरी सूचकांक (जीएचआई) में 101वें स्थान पर फिसलकर पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल से भी पीछे चला गया है। इस सूचकांक में 2020 में भारत 94वें स्थान पर था।
ऑक्सफैम इंडिया ने कहा, ‘भारत में कुपोषण की यह स्थिति कोई नयी बात नहीं है और वास्तव में यह सरकार के खुद के राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएचएफएस) के आंकड़ों पर आधारित है। 2015 और 2019 के बीच बड़ी संख्या में भारतीय राज्यों ने बाल पोषण मानकों पर अर्जित लाभों को उलट दिया।’
ऑक्सफैम इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ बेहर ने कहा, ‘पोषण का यह नुकसान चिंता का विषय होना चाहिए, क्योंकि इसका अंतर-पीढ़ीगत प्रभाव है, इसे सीधे शब्दों में कहें तो- नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि भारत के कई हिस्सों में, 2015 और 2019 के बीच पैदा हुए बच्चे पिछली पीढ़ी की तुलना में अधिक कुपोषित हैं।’
खाद्य सुरक्षा सूचकांक में 71वां स्थान
नयी दिल्ली (एजेंसी) : भारत ने वैश्विक खाद्य सुरक्षा (जीएफएस) सूचकांक-2021 में 113 देशों के बीच 71वां स्थान हासिल किया है। भारत कुल अंकों के लिहाज से दक्षिण एशिया में सबसे अच्छे स्थान पर रहा, लेकिन खाद्य पदार्थों की वहनीयता के मामले में पाकिस्तान और श्रीलंका से पीछे है। खाद्य पदार्थ वहनीयता श्रेणी में पाकिस्तान (52.6 ) ने भारत (50.2) से बेहतर अंक हासिल किये। ‘इकनॉमिस्ट इम्पैक्ट’ और ‘कोर्टेवा एग्रीसाइंस’ द्वारा मंगलवार को जारी वैश्विक रिपोर्ट में कहा गया कि जीएफएस इंडेक्स-2021 की इस श्रेणी में श्रीलंका 62.9 अंकों के साथ और भी बेहतर पायदान पर है। रिपोर्ट के अनुसार, चीन 34वें, पाकिस्तान 75वें, श्रीलंका 77वें, नेपाल 79वें और बांग्लादेश 84वें स्थान का स्थान रहा। आयरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, फिनलैंड, स्विट्जरलैंड, नीदरलैंड, कनाडा, जापान, फ्रांस और अमेरिका ने 77.8 और 80 अंक के बीच समग्र जीएफएस अंक हासिल कर शीर्ष स्थान साझा किया।