सुरेश एस डुग्गर
जम्मू, 23 अक्तूबर
14 महीनों तक नजरबंद रहने वाली और 9 दिन पहले रिहाई होने वाली पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि जब तक जम्मू-कश्मीर में उसका संविधान और झंडा लागू नहीं किया जाता, वे किसी भी दूसरे झंडे को न ही हाथ लगाएंगी और न ही सलाम करेंगी। 14 महीने की हिरासत के बाद शुक्रवार को पहली बार पत्रकारों के समक्ष रू-ब-रू हुई महबूबा मुफ्ती के बयानों ने यह स्पष्ट कर दिया कि उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर को वही दर्जा वापस दिलाने में जमीन-आसमान एक कर देंगी। महबूबा ने कहा कि भाजपा से हाथ मिलाना उनकी सबसे बड़ी गलती थी। महबूबा ने अनुच्छेद 370 की पुनः बहाली का यकीन दिलाते हुए कहा कि जिन्होंने हमसे हमारा हक छीना है, उन्हें हमारा हक लौटाना है। मैं अपने लोगों को जम्मू-कश्मीर की अवाम को इसका यकीन दिलाती हूं। महबूबा मुफ्ती ने इस दौरान चुनावी सियासत से दूर रहने का ऐलान करते हुए कहा कि जब तक हमें हमारा संविधान और झंडा नहीं लौटाया जाएगा, हम किसी भी चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए हजारों लोगों ने अपनी जान दी है, अब राजनीतिक नेताओं के लिए भी समय है।