सुरेश एस डुग्गर
जम्मू, 23 दिसंबर
कश्मीर में जिला विकास परिषद (डीडीसी) का चुनाव लड़ीं 2 ‘पाकिस्तानी बहुओं’ की चुनावी किस्मत की पेटी को फिलहाल स्ट्राॅन्ग रूम में बंद कर दिया गया है। कुपवाड़ा जिले के द्रगमुल्ला में उम्मीदवार सोमैया सदाफ और बांदीपोरा के हाजिन-ए में प्रत्याशी शाजिया की नागरिकता पर सवाल उठने के बाद प्रशासन ने मतगणना रोक दी है। दोनों उम्मीदवार मूल रूप से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से हैं और उनके पति कश्मीरी व पूर्व आतंकवादी हैं।
सोमैया ने कहा कि जब नामांकन पत्र दाखिल किया तो कोई मुद्दा नहीं था, लेकिन अब मेरी राष्ट्रीयता का मुद्दा उठा रहे हैं। सोमैया एक दशक पहले पुनर्वास नीति के तहत अपने पति के साथ कश्मीर आई थीं, जो आतंकवादी बनने के लिए हथियारों की ट्रेनिंग लेने पाकिस्तान गया था। इस पुनर्वास नीति के तहत सरकार ने उन युवाओं को वापस आकर मुख्यधारा में शामिल होने का मौका दिया था, जो एलओसी पार कर आतंकवादियों में शामिल होने गये थे। शाजिया का पति भी आतंकी बनने के लिए पीओके गया था।
प्रशासन का कहना है कि इन उम्मीदवारों ने नामांकन के वक्त दस्तावेजों में जानकारी छुपाई। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जब तक इस मुद्दे का हल नहीं निकलता, तब तक बैलट बाॅक्स को स्ट्राॅन्ग रूम में रखा जाएगा।
गौर हो कि इससे पहले 2018 में हुए पंचायत चुनाव में सीमा पार से लौटे 2 आतंकियों की पाकिस्तानी पत्नियां कश्मीर में बतौर पंच और सरपंच चुनी गईं थीं। जबकि पुंछ के मंडी इलाके में एक पाकिस्तानी बहू को प्रशासन ने पंचायत चुनाव लड़ने से रोक दिया था।
110 सीटों पर जीता गुपकार, भाजपा सबसे बड़ी पार्टी
जम्मू (हप्र/ एजेंसी) : जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद (डीडीसी) की 280 सीटों में से 278 सीटों के चुनाव परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। गुपकार गठबंधन ने सबसे अधिक 110 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि भाजपा 75 सीटें जीत कर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। वोट प्रतिशत के मामले में भी भाजपा पहले स्थान पर है। वहीं, 50 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। कांग्रेस को 26, अपनी पार्टी को 12, पीडीएफ और नेशनल पैंथर्स पार्टी को 2-2 और बसपा को एक सीट पर जीत मिली है। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि बांदीपोरा और कुपवाड़ा जिले की एक-एक सीट पर अगले आदेश तक मतगणना रोक दी गई है। अगस्त, 2019 में संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त कर जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म कर दिए जाने के बाद से इस केंद्र शासित प्रदेश में यह पहला चुनाव है। गुपकर गठबंधन में शामिल दलों की बात करें, तो सबसे अधिक 67 सीटों पर नेशनल काॅन्फ्रेंस को जीत मिली, जबकि 27 पर पीडीपी, 8 पर पीपुल्स काॅन्फ्रेंस, 5 पर माकपा और 3 पर जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट को जीत मिली है।