अयोध्या, 20 मार्च (एजेंसी)
श्रीलंका में भारत के उच्चायोग ने बताया कि श्रीलंका स्थित सीता एलिया के पत्थर का अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में इस्तेमाल किया जाएगा और यह भारत एवं श्रीलंका के संबंधों की मजबूती का स्तम्भ बनेगा। ऐसा माना जाता है कि माता सीता को रावण ने श्रीलंका में इसी स्थान पर बंदी बनाकर रखा था। उम्मीद की जा रही है कि भारत में श्रीलंका के उच्चायुक्त मिलिंडा मोरागोडा इस पत्थर को भारत लाएंगे। श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, ‘अयोध्या में राम मंदिर के लिए श्रीलंका स्थित सीता एलिया के पत्थर का इस्तेमाल भारत और श्रीलंका के संबंधों की मजबूती का स्तम्भ बनेगा। भारत में श्रीलंका के मनोनीत उच्चायुक्त मिलिंदा मोरागोडा को उच्चायुक्त की मौजूदगी में म्यूरपति अम्मान मंदिर में यह पत्थर सौंपा गया।’
सीता एलिया में माता सीता का एक मंदिर है और ऐसा माना जाता है कि इसी स्थान पर लंकापति रावण ने उन्हें बंदी बनाकर रखा था और यहीं माता सीता भगवान राम से प्रार्थना किया करती थीं कि वह उन्हें बचा कर ले जाएं।