सुरेश एस डुग्गर
जम्मू, 23 अक्तूबर
जम्मू-कश्मीर में समय से पहले हुई बर्फबारी से कई स्थानों पर भारी नुकसान हुआ है। एक खानाबदोश परिवार के 3 सदस्यों की मौत भी हो गई। मैदानी इलाकों में फसलें नष्ट हो गईं तो कश्मीर में सेबों के बाग उजड़ गए। कश्मीर में आने वाले टूरिस्टों के लिए यह आनंद का समय है।
कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में हुई मुसलाधार बारिश ने आम जनजीवन को अस्तव्यस्त कर दिया। दक्षिण कश्मीर के जिला पुलवामा में त्राल के नूरपोरा इलाके में लगातार हो रही बारिश की वजह से मिट्टी से बना एक मकान ढह गया। इस मकान में खानाबदोश परिवार रहता था। मलवे में दब जाने के कारण परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई। बचाव अभियान में परिवार के एक सदस्य को बचा लिया गया। उनकी हालत गंभीर है। मरने वालों की पहचान इरशाद बरकद, महनाज अख्तर और वाहाब जान के रूप में हुई है। ये सभी जिला रियासी के रहने वाले थे। उच्च पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी निचले क्षेत्रों में ओलावृष्ठि, तेज बारिश और तेज हवा ने जन-जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। जम्मू-कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रामबन में हल्के भूस्खलन के बाद जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया। शहर भी तालाबों में बदले नजर आ रहे थे, जबकि यातायात पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया।
बारिश से रामबन के कैफेटेरिया इलाके में हाईवे पर भूस्खलन होने की वजह से जम्मू-श्रीनगर हाईवे को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा पीर की गली में हो रही ताजा बर्फबारी के कारण पुंछ को कश्मीर से जोड़ने वाला मुगल रोड मार्ग भी यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। ट्रैफिक विभाग के अनुसार बारिश अभी भी हो रही है और ऐसे में हाईवे पर गिरे मलबे को हटाया नहीं जा सकता है।