कलबुर्गी (कर्नाटक), 18 अक्तूबर (एजेंसी) कर्नाटक के चार जिलों में रविवार को भी बाढ़ के हालात गंभीर बने रहे। यहां कृष्णा और भीम नदी उफान पर हैं और सेना, राज्य एवं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल बचाव कार्य कर रहे हैं तथा बाढ़ के बीच फंसे हजारों लोगों को निकाला गया है। मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने कहा कि पिछले हफ्ते हुई भारी बारिश के चलते कलबुर्गी, विजयपुरा, यादगिर और रायचूर जिलों में कई गांव बाढ़ के पानी में पूरी तरह से या आंशिक रूप से डूब गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 21 अक्तूबर को वह बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई दौरा करेंगे। कर्नाटक आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक, बचाव दलों ने अब तक 20,269 लोगों को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से निकाला है। भारी बारिश होने से तथा पड़ोसी महाराष्ट्र में बांधों से पानी छोड़ने के कारण कर्नाटक के चार जिलों के 111 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ के कारण फसलों को भी नुकसान पहुंचा है।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।