स्वच्छता के साइड इफेक्ट इंदौर में हिंसक हुए आवारा कुत्ते
इंदौर, 1 अप्रैल (एजेंसी)
देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में साफ-सफाई के साइड इफेक्ट भी दिख रहे हैं। यहां करीब ढाई लाख आवारा कुत्तों के लिए भोजन का संकट सामने आ गया है। भोजन की यह समस्या इन्हें हिंसक बना रही है। यह बात ऐसे वक्त सामने आई है, जब शहर में आवारा कुत्तों के लोगों को काटने की घटनाएं बढ़ी हैं।
नगर निगम में पशु जन्म नियंत्रण (एबीसी) कार्यक्रम के प्रभारी डॉ. उत्तम यादव ने कहा, ‘कुछ बरसों पहले शहर में कचरा यहां-वहां पड़ा रहता था और बड़ी कचरा पेटियां भी रखी होती थीं। आवारा कुत्ते इनमें अपना भोजन ढूंढ़ लेते थे, लेकिन अब शहर में कचरा पेटियां नहीं हैं और नगर निगम की गाड़ियों से हर घर और प्रतिष्ठान से कचरा जमा किया जाता है। इससे आवारा कुत्तों को आसानी से भोजन नहीं मिल पा रहा है।’
उल्लेखनीय है कि इंदौर राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार सात बार अव्वल रहा है। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहलाने वाला यह शहर वर्ष 2024 के जारी स्वच्छता सर्वेक्षण में ‘सुपर स्वच्छ लीग’ की दौड़ में है। इस लीग को स्वच्छता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शहरों के बीच अलग से मुकाबले के लिए पहली बार पेश किया गया है। ‘सुपर स्वच्छ लीग’ में इंदौर को नवी मुंबई और सूरत के साथ 10 लाख से ज्यादा की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में रखा गया है।
बांटे गए हैं फीडर कार्ड
अधिकारियों ने कहा, ‘हमने आवारा कुत्तों को भोजन बांटने के लिए कुछ गैर सरकारी संगठनों और पशुप्रेमियों को अधिकृत करते हुए उन्हें ‘फीडर कार्ड’ बांटे हैं ताकि इन जानवरों को खाना मिलता रहे।