नयी दिल्ली, 1 अप्रैल (एजेंसी)
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में डॉलर की ‘दादागीरी’ खत्म करने की दिशा में रूस कदम बढ़ा रहा है। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शुक्रवार को कहा कि रूस ने पश्चिमी प्रतिबंधों की बाधाओं को दूर करने के लिए भारत और उसके अन्य भागीदारों के साथ राष्ट्रीय मुद्राओं में व्यापार करने की दिशा में आगे बढ़ना शुरू कर दिया है। लावरोव ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ व्यापक बातचीत के बाद यह टिप्पणी की।
लावरोव ने कहा कि भारत के साथ व्यापार के लिए रुपया-रूबल भुगतान प्रणाली पूर्व में लागू की गई थी तथा इसे और मजबूत किया जा सकता है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘अधिक से अधिक लेनदेन राष्ट्रीय मुद्राओं का उपयोग करके और डॉलर-आधारित प्रणाली को दरकिनार करते हुए किया जाएगा।’ रियायती रूसी तेल खरीदने की नयी दिल्ली की योजना के बारे में पूछे जाने पर लावरोव ने कहा कि मॉस्को वह कुछ भी प्रदान करने के लिए तैयार है जो भारत खरीदना चाहता है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में राष्ट्रीय मुद्रा में व्यापार से जुड़े एक सवाल पर लावरोव ने कहा कि भारत और चीन जैसे देशों के साथ व्यापार के लिए इस तरह की व्यवस्था कई साल पहले शुरू की गई थी और पश्चिमी भुगतान प्रणालियों को दरकिनार करने के प्रयास अब तेज किए जाएंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या रूस से बड़ी मात्रा में कच्चे तेल की खरीद के लिए भारत की इच्छा पर चर्चा की गई, लावरोव ने कहा, ‘हम भारत को किसी भी सामान की आपूर्ति करने के लिए तैयार होंगे जो भारत खरीदना चाहता है।’