पटना, 27 दिसंबर (एजेंसी) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वासपात्र आरसीपी सिंह को रविवार को जनता दल (यूनाइटेड) का नया अध्यक्ष चुना गया। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान कुमार ने शीर्ष पद के लिए सिंह के नाम का प्रस्ताव दिया, जिसका अन्य सदस्यों ने अनुमोदन किया। मुख्यमंत्री को 2019 में तीन वर्षों के लिए जद (यू) का अध्यक्ष चुना गया था, लेकिन उन्होंने राज्यसभा के सदस्य सिंह के लिए यह पद छोड़ दिया। सिंह पहले नौकरशाह थे, जो बाद में नेता बने और क्षेत्रीय दल के अब तक वह महासचिव थे। अरुणाचल प्रदेश में जद(यू) के सात विधायकों में से छह भाजपा में शामिल हो गए, जिसके बाद पार्टी देश की राजनीतिक स्थिति से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने के लिए अपने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता ने बताया कि बैठक में पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में चुनाव को लेकर भी चर्चा हुई।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।