ट्रिब्यून वेब डेस्क
चंडीगढ़, 12 नवंबर
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में पहली से दसवीं कक्षा तक के सभी छात्रों के लिए पंजाबी को अनिवार्य विषय बना दिया गया है।
उन्होंने ट्वीट किया: “मातृभाषा को बढ़ावा देने के लिए, पंजाब में कक्षा एक से दसवीं तक के सभी छात्रों के लिए पंजाबी अनिवार्य विषय बना दिया गया है। उल्लंघन करने वाले स्कूलों पर 2 लाख तक का जुर्माना लगाया जाएगा। अब, कार्यालयों में पंजाबी अनिवार्य है। साथ ही राज्य के सभी बोर्डों पर भी पंजाबी लिखी जायेगी।
पंजाब के मुख्यमंत्री पंजाबी को मुख्य विषयों में से एक बनाना चाहते थे। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने तब स्पष्ट किया था कि कक्षा 10 और 12 के लिए पहली बार की परीक्षा के लिए सभी क्षेत्रीय भाषाओं को लघु विषयों की श्रेणी में रखा गया है।
तब भी चन्नी ने ट्वीट कर कहा था-‘मैं पंजाबी को मुख्य विषय की श्रेणी से बाहर रखने के सीबीएसई के सत्तावादी फैसले का कड़ा विरोध करता हूं। यह संविधान की संघीय भावना के खिलाफ है, पंजाबी युवाओं के अपनी मूल भाषा सीखने के अधिकार का उल्लंघन है। मैं पंजाबी के साथ पक्षपातपूर्ण बहिष्कार की निंदा करता हूं।’