मुख्य समाचारदेशविदेशहरियाणाचंडीगढ़पंजाबहिमाचलबिज़नेसखेलगुरुग्रामकरनालडोंट मिसएक्सप्लेनेरट्रेंडिंगलाइफस्टाइल

सफेदपोश आतंकियों से जुड़े पुलवामा के डॉक्टर ने किया विस्फोट!

दिल्ली धमाका जांच एनआईए के हवाले, मृतकों की संख्या हुई 12 । कार का फरीदाबाद से लाल किले तक 11 घंटे का रूट ट्रेस
लाल किले के पास विस्फोट स्थल की जांच करते एनआईए, एनएसजी टीमों के विशेषज्ञ। -मानस रंजन भुई
Advertisement

दिल्ली में सोमवार को लाल किले के पास हुए कार विस्फोट मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के बाद यह कदम उठाया गया। वहीं, धमाके में मरने वालाें की संख्या बढ़कर 12 हो गई है।

जांचकर्ताओं का मानना है कि जिस सफेद आई20 कार में धमाका हुआ, उसे जम्मू-कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला डॉ. उमर नबी चला रहा था और विस्फोट में वह खुद भी मारा गया। फरीदाबाद से विस्फोटकों की बरामदगी के साथ पकड़े गये आतंकी मॉड्यूल से उसका संबंध माना जा रहा है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उमर की मां का डीएनए सैंपल लिया है, ताकि अवशेषों की पुष्टि हो सके। उसके दो भाइयों और पिता को हिरासत में लिया गया है।

Advertisement

इस बीच, जांचकर्ताओं ने कार के 11 घंटे के रूट का पता लगा लिया है। एक सूत्र ने बताया कि कार को सबसे पहले सुबह करीब 7:30 बजे फरीदाबाद के एशियन अस्पताल के बाहर देखा गया। करीब 8:13 बजे इसने बदरपुर टोल प्लाजा पार किया और दिल्ली में प्रवेश किया। सुबह 8:20 बजे, ओखला औद्योगिक क्षेत्र के पास एक पेट्रोल पंप के पास से गुजरती हुई कार की तस्वीर सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई। दोपहर 3:19 बजे, कार लाल किला परिसर से सटे एक पार्किंग क्षेत्र में पहुंची, जहां वह कथित तौर पर लगभग तीन घंटे तक खड़ी रही। इस दौरान उसमे सवार शख्स कार से बाहर नहीं निकला। शाम 6:22 बजे कार को पार्किंग क्षेत्र से निकलकर लाल किले तरफ गई और 6:52 बजे जोरदार विस्फोट हुआ। पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि इस कार के लिए एक पेट्रोल पंप से प्रदूषण प्रमाणपत्र भी लिया गया था। दिल्ली पुलिस, एनआईए और खुफिया एजेंसियों की कई टीमें दिल्ली और कश्मीर में जांच में जुटी हैं। दिल्ली पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम और विस्फोटक अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है।

कश्मीर के चिकित्सकों को लॉकर पर पर्ची लगाने का आदेश : कश्मीर में राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय (जीएमसी) और एसएमएचएस अस्पताल के कर्मचारियों और छात्रों को अपने निजी लॉकरों पर नाम की पर्ची लगाने का निर्देश दिया है। श्रीनगर के एसोसिएटेड हॉस्पिटल्स के प्रशासक ने यह परिपत्र एक चिकित्सक के लॉकर से हथियार और गोला-बारूद बरामद होने की पृष्ठभूमि में जारी किया है।

हम सीमापार आतंकवाद से

पीड़ित : संयुक्त राष्ट्र में भारतीय दूत

संयुक्त राष्ट्र में भारत के दूत ने पाकिस्तान का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए कहा है कि भारत सीमापार से आतंकवाद से पीड़ित है। सीमा की दूसरी तरफ से तस्करी किए गए अवैध हथियारों का इस्तेमाल करके भारत को निशाना बनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत पर्वतनेनी हरीश ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को ऐसे हथियारों के उपयोग और उनकी आपूर्ति में मदद करने वाले लोगों के प्रति कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनानी चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट में मृतकों को दी गयी श्रद्धांजलि : सुप्रीम कोर्ट ने विस्फोट में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। भारत के प्रधान न्यायाधीश बीआर गवई ने कहा कि न्यायालय की संवेदनाएं और प्रार्थनाएं सभी पीड़ितों, घायलों और प्रभावितों के साथ हैं। उन्होंने कहा, ‘हम कानून के शासन को बनाए रखने, न्याय सुनिश्चित करने और प्रत्येक नागरिक की गरिमा की रक्षा करने की अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि करते हैं।’

कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश तक फैला था जाल्ा

दिल्ली में विस्फोट से कुछ घंटे पहले जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़े ‘सफेदपोश’ आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश हुआ था, जिसमें तीन डॉक्टर समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया था और 2,900 किलोग्राम विस्फोटक जब्त किया गया था। यह मॉड्यूल कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश तक फैला हुआ था। गिरफ्तार आरोपियों में डॉ. मुजम्मिल गनी और महिला डॉ. शाहीन सईद भी शामिल हैं, जो फरीदाबाद स्थित अल फला विश्वविद्यालय से जुड़े थे। जांच अधिकारियों के अनुसार, शाहीन भारत में जैश-ए-मोहम्मद की महिला भर्ती शाखा जमात-उल-मोमिनात की प्रमुख थी। अधिकारियों के अनुसार, उमर भी अल फ्लाह से जुड़ा था और उसने यह धमाका इसलिए किया, क्योंकि उसे डर था कि वह भी अपने साथी चिकित्सकों की तरह पकड़ा जा सकता है। प्रारंभिक जांच से यह संकेत मिलता है कि विस्फोट में संभवत: अमोनियम नाइट्रेट और डेटोनेटर का इस्तेमाल किया गया। उधर, पुलवामा में तारिक नामक शख्स को भी गिरफ्तार किया गया है, जिसने कथित तौर पर उमर को कार दी थी। कश्मीर में छापेमारी के दौरान चार लोगों को हिरासत में लिया गया। सुरक्षा एजेंसियां ​​इस बात पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं कि सफेदपोश आतंकवादी नेटवर्क ने अमोनियम नाइट्रेट सहित भारी मात्रा में विस्फोटक कैसे जुटाया।

 

सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक आज

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शीर्ष सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों के साथ दो उच्च-स्तरीय बैठकों की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि इस विस्फोट में संलिप्त लोगों को सुरक्षा एजेंसियों के प्रकोप का सामना करना पड़ेगा। वहीं, स्थिति का जायजा लेने और आगे की रणनीति पर विचार करने के लिए सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बुधवार को बैठक होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसकी अध्यक्षता करेंगे, जबकि शाह रिपोर्ट पेंश करेंगे। देश की इस शीर्ष सुरक्षा समीक्षा समिति की बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस. जयशंकर, प्रधानमंत्री मोदी के प्रधान सचिव और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी शामिल होंगे।

 

साजिशकर्ताओं को बख्शा नहीं जाएगा : मोदी

थिंपू (एजेंसी) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि हमारी एजेंसियां ​​इस साजिश की तह तक जाएंगी। इसके पीछे के साजिशकर्ताओं को बख्शा नहीं जाएगा। सभी जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। मोदी ने भूटान के पूर्व नरेश जिग्मे सिंग्ये वांगचुक की 70वीं जयंती के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि दिल्ली की घटना के मद्देनजर वह भारी मन से थिंपू आए हैं। वहीं, भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने चांगलीमेथांग स्टेडियम में हजारों भूटानी नागरिकों की मौजूदगी में दिल्ली विस्फोट के पीड़ितों के लिए प्रार्थना की।

 

पाक ने वायुसेना और थल सेना को किया अलर्ट

पाकिस्तान ने वायुसेना और सशस्त्र बलों को हाई अलर्ट पर रखा है। 11 से 12 नवंबर तक प्रभावी नोटम, हवाई यातायात पर प्रतिबंध लगाता है और सुरक्षा तैयारियों में उल्लेखनीय वृद्धि का संकेत देता है। इस्लामाबाद के अधिकारियों ने भी भारत के साथ जवाबी कार्रवाई या सीमा पार तनाव की संभावना की खुफिया चेतावनियों के बाद सभी हवाई अड्डों और हवाई क्षेत्रों में रेड अलर्ट घोषित कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणालियां सक्रिय हो गई हैं और भारतीय सीमा से लगे हवाई क्षेत्र पर कड़ी निगरानी रख रही हैं। रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान ने सेना, नौसेना और वायु सेना को पूरी तरह तैयार रहने का निर्देश दिया है। केंद्रीय कमान ने सभी सैन्य शाखाओं को घटनाक्रम पर नजर रखने और किसी भी आकस्मिक स्थिति के लिए तैयार रहने का आदेश दिया है।

 

अपनों को खोने का दर्द पहचानना भी हुआ मुश्किल

एलएनजेपी अस्पताल के मुर्दाघर में काम करने वाले एक कर्मचारी ने दृश्य को भयावह बताया। उसने बताया कि शवों की पहचान करना मुश्किल था... कई के अंग कटे-फटे थे या गायब थे। किसी की पहचान शरीर पर गुदे टैटू से हुई, तो किसी ने चिथड़े हो चुके कपड़ों से। पीड़ितों में चांदनी चौक के एक दवा व्यवसायी 34 वर्षीय अमर कटारिया भी शामिल हैं। उनका चेहरा इतना झुलस गया था कि पहचानना मुश्किल था, उनके परिवार ने टैटू देखकर पहचान की। कटारिया ने यह टैटू माता-पिता और पत्नी को समर्पित कर बनवाया था। वहीं, रिक्शा चालक मोहम्मद जुम्मन को उसके रिश्तेदार इदरीस ने नीली शर्ट और जैकेट से पहचाना, जबकि शव के कुछ हिस्से गायब थे। कैब चालक पंकज साहनी (30) का परिवार उन्हें घटना स्थल पर खोजता रहा, पुलिस ने कपड़ों का रंग पूछकर अस्पताल बुलाया और शव की पहचान करवाई।

Advertisement
Show comments