तिरुवनंतपुरम, 24 जनवरी (एजेंसी)
गुजरात दंगों पर बने बीबीसी के विवादास्पद वृत्तचित्र ‘इंडिया : द मोदी क्वेश्चन’ को मंगलवार को वाम समर्थक स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) सहित विभिन्न राजनीतिक संगठनों ने केरल में कई जगह दिखाया। इसके विरोध में भाजपा की युवा शाखा ने प्रदर्शन किया। इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री एके एंटनी के बेटे अनिल ने भाजपा का समर्थन करते हुए कहा कि ब्रिटिश प्रसारक बीबीसी के विचारों को भारतीय संस्थानों पर तरजीह देना, देश की संप्रभुता को कमजोर करेगा। उधर, ‘फ्रेटरनिटी मूवमेंट- एचसीयू यूनिट’ के बैनर तले छात्रों के एक समूह ने हैदराबाद विश्वविद्यालय के परिसर में भी यह वृत्तचित्र दिखाया है।
केरल में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की छात्र इकाई डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया के राज्य सचिव वीके सनोज ने कहा कि वृत्तचित्र दिखाने में कुछ भी ‘राष्ट्र-विरोधी’ नहीं है, क्योंकि इसे प्रतिबंधित नहीं किया गया है।
इससे पहले दिन में केरल में विभिन्न राजनीतिक समूहों ने घोषणा की थी कि वे वृत्तचित्र दिखाएंगे, जिसके बाद भाजपा ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से इस पर रोक लगाने का आग्रह किया। यूथ कांग्रेस समेत केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) की विभिन्न शाखाओं ने भी ऐलान किया है कि वे राज्य में वृत्तचित्र दिखाएंगे। केपीसीसी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ ने भी कहा कि गणतंत्र दिवस पर वृत्तचित्र दिखाया जाएगा।
भाजपा ने इस कदम को ‘राजद्रोह’ करार देते हुए मुख्यमंत्री विजयन से इस तरह के प्रयासों को रोकने की मांग की। भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने मुख्यमंत्री के समक्ष शिकायत में कहा कि इस वृत्तचित्र को दिखाया जाना देश की एकता और अखंडता को खतरे में डालने वाले विदेशी कदमों को माफ करने के समान होगा। केंद्रीय मंत्री वी. मुरलीधरन ने भी मुख्यमंत्री से मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की।