नयी दिल्ली, 14 नवंबर (एजेंसी)
मोदी सरकार शासन को लेकर व्यावहारिक दृष्टिकोण पैदा करने के लिए युवा पेशेवरों को इसमें शामिल करने, सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारियों से सुझाव लेने और परियोजना निगरानी के लिए प्रौद्योगिकी का सर्वोत्तम उपयोग करने की योजना बना रही है। इसके अलावा 8 अलग-अलग समूह अन्य विभिन्न कदमों की निगरानी करेंगे। इन समूहों में समूचे मंत्रिपरिषद से सदस्य शामिल होंगे। सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि 77 मंत्रियों को प्रौद्योगिकी-आधारित संसाधन विकसित करने तथा टीम में भर्ती के लिए पेशेवरों का पूल बनाने के वास्ते 8 समूह में विभाजित किया गया है। यह कवायद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली समूची परिषद के ‘चिंतन शिविरों’ के बाद की गयी। चिंतन शिविर की बैठकें मुख्य रूप से सरकार की दक्षता और कार्य प्रणाली में सुधार पर केंद्रित थीं। सूत्रों ने कहा कि मंत्रिपरिषद के सभी 77 मंत्री इन 8 समूह में से एक का हिस्सा हैं। प्रत्येक समूह में 9 से 10 मंत्री शामिल हैं। हर समूह में एक मंत्री को समन्वयक के रूप में नामित किया गया है।