नयी दिल्ली, 27 सितंबर (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को आयुष्मान भारत-डिजिटल मिशन की शुरुआत की और कहा कि इसमें स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने की ताकत है। इस डिजिटल मिशन के तहत लोगों को डिजिटल स्वास्थ्य पहचान पत्र प्रदान किया जाएगा जिसमें उनका स्वास्थ्य संबंधी रिकॉर्ड दर्ज होगा। प्रधानमंत्री ने पिछले साल 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य अभियान की पायलट परियोजना की घोषणा की थी। वर्तमान में इस योजना को 6 केंद्र शासित प्रदेशों में प्रारंभिक चरण में लागू किया जा रहा है।
आयुष्मान भारत-डिजिटल मिशन की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आयुष्मान भारत-डिजिटल मिशन के तहत देशवासियों को अब एक डिजिटल हेल्थ आईडी मिलेगी। हर नागरिक का स्वास्थ्य संबंधी रिकॉर्ड डिजिटल रूप से सुरक्षित रहेगा।’ प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा, ‘अब भारत में एक ऐसे स्वास्थ्य मॉडल पर काम जारी है जो समग्र हो और समावेशी भी हो। एक ऐसा मॉडल, जिसमें बीमारियों से बचाव पर जोर हो, – यानी रोकथाम संबंधी स्वास्थ्य सेवा हो, बीमारी की स्थिति में इलाज सुलभ हो, सस्ता हो और उस तक सबकी पहुंच हो।’ प्रधानमंत्री ने यह भी कहा, ‘‘स्वास्थ्य का पर्यटन के साथ एक बड़ा मजबूत रिश्ता है क्योंकि जब हमारा स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचा एकीकृत होता है, मजबूत होता है, तो उसका प्रभाव पर्यटन क्षेत्र पर भी पड़ता है।”