पुरुषोत्तम शर्मा/ हप्र
सोनीपत, 27 जनवरी
गणतंत्र दिवस के मौके पर लाल किले पर जो घटा, उस पर खेद प्रकट करते हुए किसान संयुक्त मोर्चा ने एक फरवरी के संसद कूच को फिलहाल स्थगित कर दिया है। साथ ही इस पूरे घटनाक्रम पर मोर्चा ने कहा कि जिन्होंने महात्मा गांधी की हत्या की, उन्हीं ने देश को शर्मसार करने वाली हरकत की है, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिये। उन्हाेंने कहा, ‘इसके लिए पूरी तरह सरकार और दिल्ली पुलिस जिम्मेदार है। दोनों ने अपनी भूमिका ठीक से नहीं निभाई। फिर भी किसान यह मानते हैं कि आंदोलन उनका था, इसलिए वह देशवासियों के सामने खेद प्रकट करते हैं। किसानों ने तय किया है कि 30 जनवरी को गांधी जी की पुण्यतिथि पर उपवास रखेंगे।’ सभी किसान संगठनों ने एकजुटता का ऐलान करते हुए कहा कि आंदोलन समाप्त नहीं होगा।
किसान नेताओं ने इस घटनाक्रम पर पंजाब के संगठन किसान मजदूर संघर्ष समिति और पंजाबी कलाकार दीप सिद्धू को भी जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि आखिर पुलिस ने इन्हें तय समय से पहले कैसे जाने दिया और दीप सिद्धू को कौन लाल किला लेकर पहुंचा। किसान नेता डाॅ. दर्शनपाल, योगेंद्र यादव, राकेश टिकैत, बलबीर सिंह राजेवाल, गुरनाम चढ़ूनी, आशीष मित्तल, शिव कुमार कक्का आदि ने कहा कि बैठक करके उन्होंने सारे मामले की समीक्षा की है। कई तरह के सबूत किसानों के पास हैं, जो सरकार और पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े करते हैं। टिकैत ने कहा कि सरकार व पुलिस ने किसानों के साथ धोखा किया।
दीप सिद्धू के बहिष्कार की अपील : किसानों ने दीप सिद्धू के सामाजिक बहिष्कार की अपील की है। उन्होंने कहा कि सच्चाई जनता के सामने है, पूरा देश देख रहा है कि कौन क्या कर रहा है। यह पंजाब के लोगों को बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन ने दोषियों को लाल किला तक का रास्ता दिया। किसान नेताओं ने कहा कि आखिरी बैठक में कृषि मंत्री ने कहा था कि आप भी 26 की तैयारी करो और हम भी तैयारी करेंगे। तब उन्हें यह समझ नहीं आया था कि आखिर किस तरह की साजिश की तैयारी सरकार कर रही है।