वंदे मातरम पर चर्चा के केंद्र में नेहरू
मुस्लिम लीग के दबाव में किए टुकड़े : मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को लोकसभा में दावा किया कि पंडित जवाहरलाल नेहरू के कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए मुस्लिम लीग के दबाव में वंदे मातरम के टुकड़े कर दिए...
मुस्लिम लीग के दबाव में किए टुकड़े : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को लोकसभा में दावा किया कि पंडित जवाहरलाल नेहरू के कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए मुस्लिम लीग के दबाव में वंदे मातरम के टुकड़े कर दिए गए और भारत के बंटवारे के लिए भी झुकना पड़ा। मोदी ने सदन में ‘राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर चर्चा’ की शुरुआत करते हुए कांग्रेस को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि जब राष्ट्रीय गीत के 100 वर्ष पूरे हुए, तब देश आपातकाल की जंजीरों में जकड़ा हुआ था और संविधान का गला घोंट दिया गया था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा 1875 में लिखित वंदे मातरम जब देश की ऊर्जा और प्रेरणा का मंत्र बन रहा था और स्वतंत्रता संग्राम का नारा बन गया था, तब मुस्लिम लीग की विरोध की राजनीति और मोहम्मद अली जिन्ना के दबाव में कांग्रेस झुक गई। उन्होंने कहा, ‘तब कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष नेहरू को अपना सिंहासन डोलता दिखा। नेहरू जी मुस्लिम लीग के आधारहीन बयानों पर करारा जवाब देते, मुस्लिम लीग के बयानों की निंदा करते, वंदे मातरम के प्रति खुद की और कांग्रेस पार्टी की निष्ठा को प्रकट करते, उसके बजाय उन्होंने वंदे मातरम की ही पड़ताल शुरू कर दी।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन्ना के विरोध के पांच दिन बाद ही तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष नेहरू ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को पत्र लिखा और उसमें जिन्ना की भावना से सहमति जताते हुए कहा कि वंदे मातरम की आनंद मठ की पृष्ठभूमि मुसलमानों को भड़का सकती है।
मोदी ने कहा, इतिहास गवाह है कि कांग्रेस ने मुस्लिम लीग के सामने घुटने टेक दिए। दुर्भाग्य से कांग्रेस की नीतियां आज वैसी ही हैं और आज आईएनसी (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस) चलते-चलते एमएमसी (मुस्लिम-लीग माओवादी कांग्रेस) हो गयी है।’
चुनाव ने याद दिलाया राष्ट्रीय गीत : प्रियंका
नयी दिल्ली (एजेंसी) : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार पर ‘वंदे मातरम’ को विवादित करने के ‘महापाप’ का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि ज्वलंत मुद्दों से ध्यान भटकाने एवं कुछ महीने बाद होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के चलते राष्ट्रीय गीत पर सदन में चर्चा कराई गई है। उन्होंने सदन में वंदे मातरम पर चर्चा में भाग लेते हुए यह भी कहा कि राष्ट्रीय गीत पर चर्चा की जरूरत नहीं होनी चाहिए, क्योंकि यह देश के कण-कण में बसा है तथा देश की भावना से जुड़ा है।
प्रियंका ने प्रधानमंत्री मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह भाषण अच्छा देते हैं, लेकिन तथ्यों में कमजोर हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सत्तापक्ष को पंडित जवाहरलाल नेहरू पर बार-बार आरोप लगाने के बजाय, इस पर संसद में चर्चा करा लेनी चाहिए, ताकि एक ही बार सारी बातें हो जाएं और यह पूरा अध्याय हमेशा के लिए खत्म हो तथा बेरोजगारी, महंगाई एवं दूसरी चुनौतियों पर चर्चा हो।
उन्होंने सत्तापक्ष के कुछ सदस्यों की टोका-टाकी के बीच कहा, ‘आज की यह चर्चा सिर्फ ध्यान भटकाने के लिए की जा रही है, क्योंकि यह सरकार असलियत छिपाना चाहती है। युवा परेशान हैं, पेपर लीक हो रहे हैं, बेरोजगारी है, महंगाई है, इसकी चर्चा हम क्यों नहीं कर रहे? आरक्षण के साथ हो रहे खिलवाड़ पर चर्चा क्यों नहीं कर रहे?’ उन्होंने कहा, ‘प्रदूषण है, लेकिन हम इस सदन में बैठकर छोटी बातें कर रहे हैं। आप अतीत की बात करें, असली समस्याओं की बात नहीं करें, यही छोटी बात है।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस के हर अधिवेशन में सामूहिक रूप से वंदे मातरम गाया जाता है, लेकिन भाजपा को बताना चाहिए कि उसके अधिवेशन में यह होता है या नहीं। प्रियंका गांधी ने कहा, ‘हमारा राष्ट्र गीत उस भावना का प्रतीक है जिसने गुलामी में सोए हुए भारत को जगाया।’

