मुंबई, 27 सितंबर (एजेंसी)
रेल हादसे में हाथ गंवा चुकी महाराष्ट्र की मोनिका मोरे को हाथ प्रतिरोपित किए जाने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। चिकित्सकों ने यह जानकारी दी। गौरतलब है कि मुंबई के घाटकोपर में 2014 में ट्रेन में चढ़ने के दौरान हुए हादसे में मोरे ने अपना एक हाथ गंवा दिया था। इसके बाद यहां चिकित्सकों ने उन्हें नकली हाथ लगाया था। पिछले महीने एक ब्रेन डेड व्यक्ति का हाथ चेन्नई से मुंबई लाया गया और मोरे के लगाया गया। करीब एक माह अस्पताल में रहने के बाद शनिवार को उन्हें छुट्टी दे दी गई। अस्पताल के एक चिकित्सक ने बताया,‘‘हम फिलहाल उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम कर रहे हैं ताकि उनका शरीर प्रतिरोपित हाथ के साथ ताल मेल बैठा सके। वह चिकित्सा निगरानी में हैं और उनकी फिजियोथेरेपी चल रही है।” उन्होंने बताया,‘उन्हें किसी भी प्रकार के संक्रमण से बचने के लिए अस्पताल को छोड़ कर, घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है।’ मोरे कहतीं हैं कि यह उनके पिता का सपना था कि उन्हें नया हाथ मिले। उन्होंने कहा,‘मैंने करीब दो वर्ष इंतजार किया और फिर मुझे पता चला कि चेन्नई में ब्रेन डेड एक मरीज के परिजन उनका हाथ दान करने के लिए तैयार हैं। मुझे 28 अगस्त की रात नया हाथ मिला , लेकिन उससे पहले मेरे पिता की मौत हो गई।’ मोरे ने नया हाथ देने और कठिन चिकित्सकीय प्रक्रियाओं से गुजरने के दौरान मानसिक सहयोग देने के लिए चिकित्सकों का आभार व्यक्त किया।