नयी दिल्ली, 24 सितंबर (एजेंसी)
लोकसभा सांसद हेमा मालिनी ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की कर्मचारी पेंशन योजना की राशि बढ़ाने की मांग की है। सांसद ने ईपीएस में मासिक पेंशन बढ़ाने और अन्य सुविधाओं का लाभ 65 लाख से अधिक पेशनधारकों को दिलाने की मांग को लेकर श्रम मंत्री संतोष गंगवार को पत्र लिखा है। ईपीएस-95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति (एनएसी) ने बृहस्पतिवार को एक बयान में यह जानकारी दी। पेंशनभोगी महंगाई भत्ते के साथ मूल पेंशन 7,500 रुपये मासिक करने, पेंशनभोगियों के पति या पत्नी को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं देने समेत अन्य मांग कर रहे हैं। हेमा मालिनी ने लिखा है, ‘रिटायरमेंट के बाद परिवार और समाज में सम्मान सहित जीने के लिए पेंशन दी जाती है, लेकिन ईपीएस-95 के पेंशन धारकों को बहुत मामूली पेंशन मिल रही है।’
हेमा ने पत्र में लिखा है, ‘वह पेंशनधारकों के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर प्रधानमंत्री से भी मुलाकात कर ज्ञापन सौंप चुकी हैं….।’
ईपीएस-95 ईपीएफओ की कर्मचारी पेंशन योजना है। कर्मचारी पेंशन योजना, 95 के तहत आने वाले कर्मचारियों के मूल वेतन (मूल वेतन और महंगाई भत्ता) का 12 प्रतिशत हिस्सा भविष्य निधि में जाता है। वहीं नियोक्ता के 12 प्रतिशत हिस्से में से 8.33 प्रतिशत कर्मचारी पेंशन योजना में जाता है। ईपीएस 95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति के अध्यक्ष कमांडर अशोक राउत (सेवानिवृत्त) का दावा है, ‘तीस – तीस साल काम करने और ईपीएस आधारित पेंशन मद में निरंतर योगदान करने के बाद भी कर्मचारियों को मासिक पेंशन के रूप में अधिकतम 2,500 रुपये ही मिल रहे हैं।
‘हेमा मालिनी ने श्रम मंत्री से बुजुर्ग पेंशनरों की मांग पर गौर करने और उनके चेहरे पर मुस्कान लाने की अपील की है।