नयी दिल्ली, 22 मई (एजेंसी)
देश में कोरोना संकट के बीच ब्लैक फंगस के 8848 केस सामने आ चुके हैं। कोरोना से उबर रहे लोगों के ब्लैक फंगस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए केंद्र ने इसके इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा ‘एम्फोटेरिसिन-बी’ का वितरण बढ़ाने पर जोर दिया है। केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा ने शनिवार को कहा कि सरकार ने राज्यों को एम्फोटेरिसिन-बी की 23,680 अतिरिक्त शीशियां आवंटित की हैं। इनमें से 73 फीसदी आंध्र प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और तेलंगाना को आवंटित की गयी हैं। गुजरात में ब्लैक फंगस के सबसे ज्यादा 2281 मरीज हैं। इसके बाद महाराष्ट्र में 2 हजार मामले हैं।
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने कहा कि मधुमेह, स्टेरॉयड के कारण प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होना, लंबे समय तक अस्पताल में रुकना और कोरोना रोगियों में अन्य गंभीर बीमारी के कारण ब्लैक फंगस बढ़ सकता है। उन्होंने कहा, स्टेरॉयड जीवन रक्षक है, लेकिन इसके बेतरतीब इस्तेमाल से ब्लैक फंगस हो सकता है।
2.57 लाख नये मरीज, 4194 की मौत
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के नये मामले लगातार छठे दिन 3 लाख से नीचे रहे, लेकिन मौतों की संख्या 4 हजार से ऊपर बनी हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से शनिवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटे में 2.57 लाख नये मामले आये। इस दौरान 3.57 लाख लोग इस महामारी से उबरे, जबकि 4194 संक्रमितों की जान गयी। देश में उपचाराधीन कोरोना मरीजों की संख्या कम होकर 29,23,400 रह गयी है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 11.12 फीसदी है। कोरोना से स्वस्थ होने वाले मरीजों की दर 87.76 और मृत्यु दर 1.12 फीसदी है। देश में कोरोना की चपेट में आ चुके लोगों की संख्या 2.62 करोड़ के पार पहुंच गयी है। इनमें से 2.30 करोड़ से ज्यादा ठीक हो चुके हैं। मृतकों की कुल संख्या 2,95,525 हो गयी है।
2.66 लाख टेस्ट : भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में 21 मई तक 32.64 करोड़ से ज्यादा कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं। शुक्रवार को 20,66,285 टेस्ट किए गये।
कोविड टीका पासपोर्ट पर अभी सहमति नहीं
कोविड टीका पासपोर्ट के मुद्दे पर डब्ल्यूएचओ स्तर पर कोई सहमति नहीं बनी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए कहा, ‘इस बात पर अभी तक चर्चा जारी है कि क्या टीका लगवा चुके लोगों को अनुमति दी जाए अथवा नहीं।’ वह एक खबर पर सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या कोवैक्सीन टीका लेने वाले लोगों को अंतर्राष्ट्रीय यात्रा की अनुमति मिलेगी, क्योंकि डब्ल्यूएचओ ने इसे टीकों की सूची में शामिल नहीं किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने ट्विटर हैंडल पर इस तरह की खबर को ‘भ्रामक एवं काल्पनिक’ बताया। बच्चों को स्तनपान कराने वाली महिलाओं के टीकाकरण को लेकर नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने स्पष्ट किया कि टीका लगवाने के बाद स्तनपान नहीं रोकना चाहिए। पॉल ने कहा, ‘किसी भी हालत में एक घंटे के लिए भी स्तनपान नहीं रोका जाना चाहिए।’बच्चों में कोरोना के बारे में पॉल ने कहा, ‘जब बच्चों में संक्रमण होता है तो लक्षण न्यूनतम होते हैं।