नयी दिल्ली, 13 जुलाई (एजेंसी)
दक्षिण-पश्चिम मानसून दिल्ली-एनसीआर की ओर बढ़ने के साथ ही आखिरकार 5 दिन की देरी के बाद, मंगलवार को पूरे देश में छा गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। इस बार मानसून दिल्ली में सबसे अंत में आया है। सोमवार को दिल्ली को तरसता छोड़कर यह अपने आखिरी पड़ाव राजस्थान के जैसलमेर और गंगानगर जिलों तक पहुंच गया था। मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के कई हिस्सों में बारिश हुई, जिसके बाद मौसम विभाग ने मानसून के दिल्ली आगमन की घोषणा की।
आईएमडी ने कहा, ‘पिछले चार दिन से बंगाल की खाड़ी से नमी वाली पुरवाई हवाओं के चलने से बादलों का दायरा बढ़ गया और कई स्थानों पर बारिश हुई। दक्षिण पश्चिम मानसून आगे बढ़ गया है और दिल्ली, उत्तर प्रदेश के बाकी स्थानों, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान समेत देश के बाकी बचे हिस्सों में दस्तक दे चुका है।’
मौसम की जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट वेदर के महेश पालावत ने बताया कि दिल्ली में मानसून अभी कमजोर रहेगा और अगले 3 दिनों में शहर में हल्की बारिश होगी।
19 साल में सबसे लेट
आमतौर पर मानसून 27 जून को दिल्ली पहुंच जाता है और 8 जुलाई तक पूरे देश में छा जाता है। पिछले साल दिल्ली में मानसून 25 जून को पहुंचा था और देशभर में 29 जून को छा गया था। मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि मानसून अपने सामान्य समय से 16 दिन की देरी से दिल्ली पहुंचा है। बीते 19 वर्षों में मानसून के आगमन में यह सबसे अधिक विलंब है। साल 2002 में मानसून 19 जुलाई को दिल्ली पहुंचा था।