नयी दिल्ली, 28 जून (एजेंसी)
दिल्ली की एक अदालत ने हिंदू देवता के खिलाफ 2018 में ‘आपत्तिजनक ट्वीट’ करने से जुड़े मामले में ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर की हिरासत मंगलवार को चार दिन के लिए बढ़ा दी। मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट स्निग्धा सरवरिया ने दिल्ली पुलिस और आरोपी की दलीलें सुनने के बाद आदेश सुनाया। मोहम्मद जुबैर के वकील ने अदालत में कहा कि पुलिस जिस तस्वीर के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगा रही है, वह दरअसल एक पुरानी हिंदी फिल्म की है। वहीं दिल्ली पुलिस ने अदालत में कहा कि मोहम्मद जुबैर ने प्रसिद्धि पाने की कोशिश में धार्मिक भावनाएं आहत करने के लिए विवादास्पट ट्वीट का इस्तेमाल किया।
एमनेस्टी ने किया विरोध
एमनेस्टी इंडिया ने जुबैर की तत्काल और बिना शर्त रिहाई की मांग करते हुए कहा कि सच और न्याय की पैरोकारी कर रहे मानवाधिकार रक्षकों का उत्पीड़न और मनमाने तरीके से गिरफ्तारी चिंताजनक रूप से आम बात हो गयी है। एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया के लिए बोर्ड के अध्यक्ष आकार पटेल ने कहा कि अधिकारी जुबैर पर इसलिए निशाना साध रहे हैं, क्योंकि वह फर्जी खबरों के खिलाफ काम कर रहे हैं।
एडिटर्स गिल्ड ने की निंदा
एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने जुबैर की गिरफ्तारी को मंगलवार को ‘बेहद चिंताजनक’ करार दिया और उनकी तत्काल रिहाई की मांग की। गिल्ड ने यहां एक बयान में कहा, ‘यह स्पष्ट है कि आल्ट न्यूज के सतर्क रुख का वे लोग विरोध कर रहे हैं जो समाज का ध्रुवीकरण करने व राष्ट्रवादी भावनाओं को भड़काने के लिए दुष्प्रचार का उपयोग एक हथियार के तौर पर करते हैं।’