नयी दिल्ली, 25 जनवरी (एजेंसी)
केंद्र ने गणतंत्र दिवस की पूर्वसंध्या पर शौर्य पुरस्कारों की घोषणा की। बीते साल गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष में शहीद हुए कर्नल संतोष बाबू को महावीर चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया है।
कीर्ति चक्र : सूबेदार संजीव कुमार, सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर पिंटू कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल नारायण सिंह यादव, कांस्टेबल विनोद कुमार (सभी मरणोपरांत) और डिप्टी कमांडेंट राहुल माथुर।
वीर चक्र : शहीद नायब सूबेदार नुदूराम सोरेन, हवलदार के पलानी, नायक दीपक सिंह, सिपाही गुरतेज सिंह हवलदार तेजेंदर सिंह। इनके अलावा सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस के 7 वीरों को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है।
एएसआई मोहनलाल, ओरांव को राष्ट्रपति पुलिस पदक
सीआरपीएफ के शहीद एएसआई मोहनलाल और झारखंड पुलिस के दिवंगत एएसआई बनुआ ओरांव को ‘वीरता के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक’ से सम्मानित किया गया है। केंद्र ने 205 पुलिस वीरता पदक प्रदान करने की भी घोषणा की। इसके अलावा उल्लेखनीय सेवा के लिए 89 राष्ट्रपति पुलिस पदक और 650 पुलिस पदक देने की घोषणा की गयी है।
वर्ष 2019 में पुलवामा में विस्फोटकों से लदी एक कार ने सीआरपीएफ की बस को टक्कर मारी थी, जिससे एएसआई मोहनलाल और बस में सवार 39 अन्य जवान शहीद हो गये थे। इससे पहले मोहनलाल ने बहादुरी दिखाते हुए कार का पीछा किया था और उस पर गोली चलाकर उसे रोकने का प्रयास किया था। उस दिन वे पुलवामा के लेथपुरा में जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर सीआरपीएफ की ‘रोड ओपनिंग पार्टी’ के पिकेट कमांडर थे।
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के 17 जवानों को विभिन्न श्रेणियों के पुलिस सेवा पदक से सम्मानित किया गया है। दो अधिकारियों को बहादुरी के लिए पुलिस वीरता पदक से सम्मानित किया गया, जबकि 3 को उत्कृष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और 12 को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया।