विनोद जिन्दल/हप्र
कुरुक्षेत्र, 6 मई
भाजपा नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा की गिरफ्तारी पर शुक्रवार को पंजाब, हरियाणा और दिल्ली पुलिस के बीच कुरुक्षेत्र में कई घंटे तक महाभारत हुई। बग्गा को अपने साथ ले जाने का यह हाई प्रोफाइल ड्रामा लगभग 4 घंटे तक चला। बाद में, हरियाणा पुलिस ने बग्गा को पंजाब पुलिस से छुड़वाकर दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया। दिल्ली पुलिस उन्हें अपने साथ ले गई।
मामला उस समय शुरू हुआ, जब हरियाणा पुलिस के पास दिल्ली पुलिस ने वीटी करके पंजाब के एक वाहन का नंबर दिया और कहा कि इस वाहन में दिल्ली से भाजपा के नेता का अपहरण किया गया है। इसे रोका जाए। हरियाणा पुलिस ने पिपली से लगभग 6 किलोमीटर दूर खानपुर कोलियां के पास एक पेट्रोल पंप पर इस वाहन को रोक लिया। इस दौरान पंजाब पुलिस और हरियाणा पुलिस में तू-तू मैं-मैं हुई। इस दौरान मौके पर कुरुक्षेत्र की पुलिस अधीक्षक अंशु सिंगला, अंबाला के पुलिस अधीक्षक जशनदीप सिंह रंधावा तथा करनाल पुलिस अधीक्षक गंगा राम पहुंच गए। 2 घंटे तक बहस के बाद हरियाणा पुलिस पंजाब पुलिस के साथ बग्गा को पिपली सदर थाने ले आई। यहां दिल्ली पुलिस भी पहुंच गई। थाने का गेट बंद कर लिया गया। पंजाब पुलिस के अधिकारी मनप्रीत सिंह ने कहा कि पंजाब में मुकदमा दर्ज होने के बाद कई नोटिस देने के बावजूद जब बग्गा नहीं पहुंचे तो उन्हें गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा पुलिस बिना कारण इस मामले में दखलांदाजी कर रही है।
इसी बीच, थाने के सामने भाजपा नेता और कार्यकर्ता पहुंच गए। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तथा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के खिलाफ नारेबाजी की। पौने 3 बजे हरियाणा पुलिस ने बग्गा को दिल्ली पुलिस को सौंप दिया। दिल्ली पुलिस बग्गा को ले गई। सूत्रों के अनुसार, दिल्ली पुलिस बग्गा की हरियाणा की लोकेशन का हवाला देकर दिल्ली की एक अदालत से सर्च वारंट लेकर आई थी, जिसके आधार पर हरियाणा पुलिस ने बग्गा को उसके हवाले कर दिया। उधर, दिल्ली में बग्गा के पिता की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने पंजाब पुलिस के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की है। उनके पिता ने कहा कि उनके बेटे का अपहरण कर लिया गया है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने यह भी दावा किया कि पंजाब पुलिस ने दिल्ली के जनकपुरी में बग्गा को उसके आवास से गिरफ्तार करने से पहले स्थानीय पुलिस को सूचित नहीं किया।
अपहरण की सूचना के आधार पर की कार्रवाई : विज
चंडीगढ़ (ट्रिन्यू) : हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि दिल्ली से तेजिंदर बग्गा को अपहरण करके अवैध तरीके से लाया जा रहा था। इसलिए वाहन को रोका गया। उन्होंने कहा, ‘ हमें जो आदेश दिल्ली पुलिस से मिले, हमने उन पर अमल किया। हमने जहां-जहां उचित समझा, वहां पर कार्रवाई की’ मीडिया से बातचीत में विज ने कहा कि यदि कोई ऐसा मामला था तो वह दिल्ली में भी दर्ज हो सकता था। पंजाब में ही तेजिंदर बग्गा के खिलाफ मामला दर्ज क्यों कराया जा रहा है।
हाईकोर्ट ने मांगा लिखित बयान
चंडीगढ़ (ट्रिन्यू) : हरियाणा में पंजाब पुलिस को ‘अचानक और अवैध रूप से रोके जाने’ के कुछ घंटों बाद, पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने आज हरियाणा और दिल्ली राज्यों को लिखित बयान दायर करने का निर्देश दिया। उन्हें, कथित रूप से हिरासत में लिए गए पुलिस अधिकारियों की स्थिति के बारे में विस्तार से बताने को कहा गया है। इस बीच, बग्गा को हरियाणा में रखने की पंजाब की याचिका, न्यायमूर्ति ललित बत्रा की पीठ ने नहीं मानीं। मामले की अगली सुनवाई शनिवार को होगी।
11 घंटे यूं चला घटनाक्रम
सुबह 8.30 बजे : पंजाब पुलिस ने बग्गा को नयी दिल्ली में उनके आवास से गिरफ्तार किया।
11.30 बजे : हरियाणा पुलिस ने कुरुक्षेत्र में पंजाब पुलिस को रोका।
12.10 बजे : भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।
12.40 बजे : बग्गा को पिपली सदर थाने लाया गया।
2.45 बजे : बग्गा की कस्टडी दिल्ली पुलिस को सौंपी गई और उन्हें वापस दिल्ली ले जाया गया।
4.20 बजे : पंजाब के एडीजीपी शरद सत्य चौहान कुरुक्षेत्र पहुंचे।
7.30 बजे : एडीजीपी चौहान व अन्य पुलिसकर्मी पंजाब लौट गए।