नयी दिल्ली, 20 जुलाई (एजेंसी)
सरकार ने मंगलवार को कहा कि विभिन्न योजनाओं के तहत केंद्र एवं राज्यों की एजेंसियों द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अनाज की खरीद की जा रही है तथा किसान संगठनों को तीन नये केंद्रीय कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर जोर देने की बजाय कृषि अधिनियमों के हिस्सों पर उनकी चिंताओं को लेकर चर्चा करनी चाहिए ताकि उनका समाधान निकाला जा सके। लोकसभा में मनीष तिवारी तथा बेन्नी बेहनन के प्रश्न के लिखित उत्तर में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने यह बात कही।
सदस्यों ने तीन केंद्रीय कृषि कानूनों का उल्लेख करते हुए पूछा था कि क्या किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा किन्हीं विशिष्ट प्रस्तावों पर विचार विमर्श किया जा रहा है? इस पर तोमर ने कहा कि तीन केंद्रीय कृषि कानूनों से जुड़े मुद्दों के समाधान के लिए सरकार और आंदोलनकारी किसान संगठनों के बीच अभी तक 11 दौर की वार्ता हुई है। तोमर ने कहा कि इस दौरान सरकार ने किसान संगठनों से कृषि कानूनों के प्रावधानों के संबंध में चर्चा का निरंतर आग्रह किया ताकि अगर उन्हें किसी प्रावधान को लेकर कोई आपत्ति हो तो उसका निराकरण किया जा सके। लेकिन किसान संगठन केवल कृषि कानूनों को निरस्त करने पर अड़े रहे।
तोमर ने कहा कि किसान संगठनों को स्पष्ट किया गया है कि कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर जोर देने की बजाय कृषि अधिनियमों के खंडों पर उनकी चिंताओं पर चर्चा करनी चाहिए ताकि समाधान निकाला जाए।