नयी दिल्ली, 22 नवंबर (एजेंसी)
कांग्रेस की राज्य, जिला और ब्लॉक इकाइयों के चुनाव कराए जाने की मांग करते हुए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व पार्टी सांसद गुलाम नबी आजाद ने पाटी नेताओं को नसीहत दी है कि कम से कम उन्हें चुनावों के दौरान पांच सितारा संस्कृति को छोड़ देना चाहिए।
आजाद का मानना है कि कांग्रेस के नेता आम लोगों से कटे हुए हैं। ‘जब तक पार्टी में हर स्तर पर चुनाव नहीं होगा तब तक पार्टी की स्थिति नहीं सुधरने वाली।’ साथ ही पार्टी के तौर तरीकों में बदलावों की अपनी मांग पर कांग्रेस नेता ने साफ किया, ‘हम सुधारवादी हैं, विद्रोही नहीं।’
आजाद ने कहा, ‘मैं कोरोना महामारी के कारण गांधी परिवार को क्लीन चिट दे रहा हूं क्योंकि वे अभी बहुत कुछ नहीं कर सकते। यदि वे राष्ट्रीय विकल्प बनना चाहते हैं तो उन्हें पार्टी में चुनाव कराने चाहिए।’
‘महागठबंधन के लिए कांग्रेस बहुत बड़ी निराशा’
कोलकाता (एजेंसी) : बिहार में सरकार बनाने में विफल रहे महागठबंधन के लिए कांग्रेस को ‘बहुत बड़ी निराशा’ करार देते हुए भाकपा (माले) लिबरेशन के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने उम्मीद जतायी कि पार्टी पश्चिम बंगाल में वाममोर्चा के साथ सीटों की अपनी साझेदारी के दौरान वह (कांग्रेस) ‘अधिक यथार्थवादी’ रुख अपनाएगी। उन्हें यकीन है कि कांग्रेस भी बिहार में अपने खराब प्रदर्शन की समीक्षा कर रही होगी। बिहार के चुनाव नतीजे का हवाला देते हुए भट्टाचार्य ने कहा, ‘पार्टी को पश्चिम बंगाल में माकपा-कांग्रेस गठबंधन में अगुवा नहीं होना चाहिए।’ भट्टाचार्य ने कहा, ‘कांग्रेस बिहार में महागठबंधन के लिए बहुत बड़ी निराशा थी। सीटों का बंटवारा अधिक यथार्थवादी होना चाहिए था। कांग्रेस की सफलता दर सबसे कम रही।’