लखीमपुर खीरी, 10 अक्तूबर (एजेंसी)
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में गिरफ्तार केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ के बेटे आशीष मिश्रा के रिमांड के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अर्जी दायर की है, जिस पर अदालत 11 अक्तूबर को सुनवाई करेगी। आशीष को करीब 12 घंटे पूछताछ के बाद शनिवार रात गिरफ्तार किया गया था। देर रात चिकित्सीय जांच कराई गई और आधी रात के बाद मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) की अदालत में पेश किया गया। न्यायिक मजिस्ट्रेट ने आशीष को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में लखीमपुर खीरी जिला जेल भेज दिया।
एसआईटी का नेतृत्व कर रहे पुलिस उप महानिरीक्षक (मुख्यालय) उपेंद्र अग्रवाल ने बताया कि आशीष ने पुलिस के सवालों का उचित जवाब नहीं दिया और जांच में सहयोग नहीं किया। वह सही बातें नहीं बताना चाह रहे, इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया।
एसआईटी द्वारा आशीष से पूछताछ के दौरान अजय मिश्रा लखीमपुर खीरी में अपने सांसद कार्यालय में वकीलों के साथ मौजूद थे और बाद में वह अपने समर्थकों को शांत करने के लिए बाहर आए। केंद्रीय मंत्री के आवास के बाहर बड़ी संख्या में समर्थक एकत्रित हो गए थे। मंत्री ने समर्थकों के समक्ष दावा किया कि आशीष निर्दोष है और वह बेदाग साबित होगा।
दूसरी प्राथमिकी में किसानों की मौत का जिक्र नहीं
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा मामले में दर्ज की गई दूसरी प्राथमिकी में कहा गया है कि कृषि कानूनों का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों में मौजूद ‘खराब तत्वों’ ने एसयूवी सवार भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला किया। इस प्राथमिकी में किसानों के गाड़ी से कुचले जाने अथवा आशीष मिश्रा के कार में मौजूद होने संबंधी कोई जिक्र नहीं है। प्राथमिकी कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं को पीट-पीट कर मारने के संबंध में 4 अक्तूबर को तिकोनिया पुलिस थाने में दर्ज की गई। दूसरी प्राथमिकी में केवल एक ‘अज्ञात दंगाई’ का जिक्र है। यह प्राथमिकी सुमित जायसवाल की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई है, जिसने दावा किया है कि वह राज्य के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का स्वागत करने के लिए जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं में से एक था।