दुबई, 21 सितंबर (एजेंसियां)
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के रोमांचक मैच में सोमवार को सनराइजर्स हैदराबाद को 10 रन से हरा दिया। आरसीबी के 163 रन के जवाब में सनराइजर्स की टीम 153 रन पर ही सिमट गयी। आखिरी ओवर में सनराइजर्स को जीत के लिये 18 रन चाहिए थे। कप्तान विराट कोहली ने डेल स्टेन पर भरोसा दिखाया और गेंद थमायी। सनराइजर्स की केवल 1 विकेट बाकी थी। पहली गेंद में नटराजन ने 1 रन बनाया। दूसरी गेंद पर 2 रन बने और अब 15 रन की दरकार थी। संदीप के पास स्ट्राइक था और अगली गेंद पर चौका लगने से सनराइजर्स की उम्मीद जगी मगर ओवर की चौथी गेंद पर संदीप ने गेंद हवा में खेली और विराट कोहली ने कोई गलती नहीं की और कैच लेकर अपनी टीम को जीत दिलाई। इस जीत में युवा देवदत्त पडिक्कल और अनुभवी एबी डिविलियर्स के अर्धशतकों के बाद युजवेंद्र चहल की शानदार गेंदबाजी का बड़ा योगदान रहा। आईपीएल में अपना पहला मैच खेल रहे पडिक्कल ने 42 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से 56 रन बनाये जबकि डिविलियर्स ने 30 गेंदों पर 51 रन की पारी खेली जिसमें चार चौके और दो छक्के शामिल हैं। पारी के शुरू और पारी के आखिर में खेली गयी इन पारियों से आरसीबी ने पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर पांच विकेट पर 163 रन बनाये। इसके जवाब में सनराइजर्स की टीम 19.4 ओवर में 153 रन पर आउट हो गयी। जॉनी बेयरस्टॉ (43 गेंदों पर 61 रन, छह चौके, दो छक्के) और मनीष पांडे (33 गेंदों पर 34, तीन चौके, एक छक्का) ने दूसरे विकेट के लिये 71 रन जोड़े। एक समय सनराइजर्स का स्कोर दो विकेट पर 121 रन था लेकिन उसने आखिरी आठ विकेट 26 गेंद और 32 रन के अंदर गंवा दिये। चहल ने चार ओवर में 18 रन देकर तीन विकेट लिये और विकेटों के पतन की शुरुआत की। शिवम दुबे (15 रन देकर दो) और नवदीप सैनी (25 रन देकर दो) ने भी प्रभावशाली गेंदबाजी की। सनराइजर्स ने दूसरे ओवर में ही कप्तान डेविड वार्नर (छह) का विकेट गंवा दिया था जो दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हुए। बेयरस्टॉ और पांडे दोनों ने ढीली गेंदों का इंतजार करके लंबे शॉट खेलकर पारी को संवारा। बेयरस्टॉ को 40 और 44 रन के निजी योग पर जीवनदान मिले। उन्होंने इसका फायदा उठाकर उमेश यादव की गेंद पर करारा चौका लगाकर 37 गेंदों पर अपना अर्धशतक और टीम का शतक पूरा किया। इस बीच हालांकि आरसीबी के तुरूप के इक्के चहल ने पांडे को आसान कैच देने के लिये मजबूर किया। उमेश यादव ने गेंदबाजी में निराश किया और चार ओवर में 48 रन लुटाये। बेयरस्टॉ ने शुरू से उन्हें निशाने पर रखा। चहल ने अपने आखिरी ओवर में बेयरस्टॉ को लेग ब्रेक और फिर विजय शंकर को गुगली पर बोल्ड करके पासा पलट दिया जिसके बाद सनराइजर्स की पारी ताश के पत्तों की तरह बिखर गयी। मिशेल मार्श का चोटिल होना सनराइजर्स को भारी पड़ा क्योंकि प्रियम गर्ग (12) ने अनुभवहीनता के कारण अपना विकेट गंवाया और अभिषेक शर्मा (सात) रन आउट होने के साथ राशिद खान को चोटिल भी कर गये। मार्श बल्लेबाजी के लिये आये लेकिन तुरंत ही आउट होने के बाद लड़खड़ाते हुए पवेलियन लौटे।
सनराइजर्स के गेंदबाजों की तारीफ करनी होगी जिन्होंने पावरप्ले में 53 रन देने के बाद मिशेल मार्श के चोटिल होने के बावजूद अच्छी वापसी की। उसकी तरफ से विजय शंकर, टी नटराजन और अभिषेक शर्मा ने 1-1 विकेट लिया। पडिक्कल ने पहले ओवर से ही आत्मविश्वास दिखाया और घरेलू क्रिकेट की अपनी फार्म के अनुरूप बल्लेबाजी की। उन्होंने भुवनेश्वर कुमार को सम्मान दिया लेकिन दूसरे छोर से गेंदबाजों को निशाने पर रखकर मैदानों के चारों तरफ दर्शनीय शॉट लगाये। इस कारण डेविड वार्नर को पहले छह ओवर में ही गेंदबाजी में लगातार परिवर्तन करने पड़े। मार्श के टखना मुड़ जाने के कारण बाहर हो जाने से वार्नर की परेशानी बढ़ गयी। उनका ओवर पूरा करने के लिये विजय शंकर पर आरोन फिंच (27 गेंदों पर 29, एक चौका, दो छक्के) ने पारी का पहला छक्का लगाया। फिंच ने पावरप्ले के बाद गेंद संभालने वाले करिश्माई लेग स्पिनर राशिद खान की गेंद भी छह रन के लिये भेजी। क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में पदार्पण पर अर्धशतक जड़ने वाले पडिक्कल ने आईपीएल में भी यह कारनामा किया। उन्होंने अभिषेक की गेंद पर डीप स्क्वायर लेग पर चौका जड़कर अपना पचासा पूरा किया। राशिद इसे कैच में बदल सकते थे लेकिन वह गेंद का सही अनुमान नहीं लगा पाये। सनराइजर्स के गेंदबाजों ने बीच के ओवरों में बल्लेबाजों को बांधे रखा। विजय शंकर ने पडिक्कल को बोल्ड किया तो अभिषेक ने अगले ओवर की पहली गेंद पर फिंच को पगबाधा आउट करके सनराइजर्स में जोश भरा। इन दोनों ने पहले विकेट के लिये 90 रन जोड़े। इसके बाद कप्तान विराट कोहली (13 गेंदों पर 14 रन) और डिविलियर्स क्रीज पर थे लेकिन चार ओवर तक गेंद सीमा रेखा तक नहीं पहुंची। कोहली ने लंबा शॉट खेलने के प्रयास में ही सीमा रेखा पर कैच दिया। अब दारोमदार डिविलियर्स पर था जिन्होंने अपनी ख्याति के अनुरूप 19वें ओवर में संदीप शर्मा पर लगातार दो छक्के लगाये और फिर रन आउट होने से पहले अपना अर्धशतक पूरा किया। भुवनेश्वर ने हालांकि पारी की अंतिम चार गेंदों पर केवल एक रन दिया।